नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के मद्देनजर सामाजिक और धार्मिक लोग मुसलमानों से इन दिनों घरों में ही रहने की अपील कर रहे हैं. मुफ्ती मजहर उल हक कासमी ने लोगों से अपील की है कि शब-ए-बारात की रात तमाम लोग अपने घर में ही इबादत करें.
9 अप्रैल को है शब-ए-बारात
कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन जारी है. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. इससे पहले 9 अप्रैल को मुस्लिम समुदाय का एक धार्मिक दिन है, जिसे शब-ए-बारात कहते हैं. मुस्लिम समुदाय के इस त्योहार को लेकर ईटीवी भारत ने मुरादनगर के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी से खास बातचीत की.
लोगों को घर में रहने की दी हिदायत
शब-ए-बारात को लेकर मुरादनगर कस्बे के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी ने लोगों से अपील की है कि शब-ए-बारात की रात तमाम लोग अपने घर में ही इबादत करें. साथ ही उन्होंने शहरवासियों से कहा है कि सरकार ने जो नियम और कानून कोरोना वायरस से बचने के लिए बनाए हैं वह हमारे फायदे के लिए ही हैं, इसलिए शब-ए-बारात पर उनका उल्लंघन ना करें.
शब-ए-बारात पर ना जाएं कब्रिस्तान
शब-ए-बारात की रात अधिकतर लोग कब्रिस्तान जाते हैं. ऐसे में मुफ्ती साहब ने तमाम लोगों से कब्रिस्तान ना जाने की अपील की है. साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि शब-ए-बारात की रात घर से बहार बिल्कुल भी ना निकलें.