ETV Bharat / city

शब-ए-बारात को लेकर मुफ्ती साहब की अपील, घर पर ही करें इबादत

पूरे देश में कोरोना को लेकर 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. इसी बीच 9 अप्रैल को मुस्लिम समुदाय का एक धार्मिक दिन है, जिसे शब-ए-बारात कहते हैं. जिसे लेकर ईटीवी भारत ने मुरादनगर के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी से खास बातचीत की.

mufti mazhar ul kasmi of muradnagar appeal people to stay at home on shab-e-baraat in ghaziabad
शब-ए-बारात पर मुफ्ती सहाब की अपील
author img

By

Published : Apr 8, 2020, 4:21 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के मद्देनजर सामाजिक और धार्मिक लोग मुसलमानों से इन दिनों घरों में ही रहने की अपील कर रहे हैं. मुफ्ती मजहर उल हक कासमी ने लोगों से अपील की है कि शब-ए-बारात की रात तमाम लोग अपने घर में ही इबादत करें.

शब-ए-बारात पर मुफ्ती साहब की अपील

9 अप्रैल को है शब-ए-बारात

कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन जारी है. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. इससे पहले 9 अप्रैल को मुस्लिम समुदाय का एक धार्मिक दिन है, जिसे शब-ए-बारात कहते हैं. मुस्लिम समुदाय के इस त्योहार को लेकर ईटीवी भारत ने मुरादनगर के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी से खास बातचीत की.



लोगों को घर में रहने की दी हिदायत
शब-ए-बारात को लेकर मुरादनगर कस्बे के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी ने लोगों से अपील की है कि शब-ए-बारात की रात तमाम लोग अपने घर में ही इबादत करें. साथ ही उन्होंने शहरवासियों से कहा है कि सरकार ने जो नियम और कानून कोरोना वायरस से बचने के लिए बनाए हैं वह हमारे फायदे के लिए ही हैं, इसलिए शब-ए-बारात पर उनका उल्लंघन ना करें.


शब-ए-बारात पर ना जाएं कब्रिस्तान
शब-ए-बारात की रात अधिकतर लोग कब्रिस्तान जाते हैं. ऐसे में मुफ्ती साहब ने तमाम लोगों से कब्रिस्तान ना जाने की अपील की है. साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि शब-ए-बारात की रात घर से बहार बिल्कुल भी ना निकलें.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के मद्देनजर सामाजिक और धार्मिक लोग मुसलमानों से इन दिनों घरों में ही रहने की अपील कर रहे हैं. मुफ्ती मजहर उल हक कासमी ने लोगों से अपील की है कि शब-ए-बारात की रात तमाम लोग अपने घर में ही इबादत करें.

शब-ए-बारात पर मुफ्ती साहब की अपील

9 अप्रैल को है शब-ए-बारात

कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लॉकडाउन जारी है. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. इससे पहले 9 अप्रैल को मुस्लिम समुदाय का एक धार्मिक दिन है, जिसे शब-ए-बारात कहते हैं. मुस्लिम समुदाय के इस त्योहार को लेकर ईटीवी भारत ने मुरादनगर के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी से खास बातचीत की.



लोगों को घर में रहने की दी हिदायत
शब-ए-बारात को लेकर मुरादनगर कस्बे के मुफ्ती मजहर उल हक कासमी ने लोगों से अपील की है कि शब-ए-बारात की रात तमाम लोग अपने घर में ही इबादत करें. साथ ही उन्होंने शहरवासियों से कहा है कि सरकार ने जो नियम और कानून कोरोना वायरस से बचने के लिए बनाए हैं वह हमारे फायदे के लिए ही हैं, इसलिए शब-ए-बारात पर उनका उल्लंघन ना करें.


शब-ए-बारात पर ना जाएं कब्रिस्तान
शब-ए-बारात की रात अधिकतर लोग कब्रिस्तान जाते हैं. ऐसे में मुफ्ती साहब ने तमाम लोगों से कब्रिस्तान ना जाने की अपील की है. साथ ही उन्होंने लोगों से कहा कि शब-ए-बारात की रात घर से बहार बिल्कुल भी ना निकलें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.