नई दिल्ली/गाजियाबाद: एनसीआर की सड़कों पर वाहन चलाने वाले कुछ लोग अपने साथ-साथ दूसरे लोगों का जीवन भी खतरे में डालते हैं. एसे लोग रोड पर चलते समय या वाहन चलाते समय भी मोबाइल पर लगे रहते है. जब एसे लोगों को प्रशासन धरता है तब यह लोग दुनिया भर के बहाने बनाने लगते है. कुछ लोगों की नासमझी के कारण कई लोगों को इसका हरजाना भुगतना पड़ता है.
निर्दोष जिंदगियां हो जाती है शिकार
रोड पर ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले ऐसे लोगों से आम जनता भी परेशान है. लोगों का कहना है कि ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले सभी के लिए नुकसानदेह साबित होते हैं. अगर कोई व्यक्ति अपनी गति में और ठीक दिशा में चल रहा हो,तो भी ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों की वजह से हादसे हो जाते हैं.
कई बार निर्दोष जिंदगी ऐसे लोगों की गलती का शिकार हो जाती हैं. मुख्य रूप से मोबाइल फोन पर बात करते समय लोग वाहन नहीं संभाल पाते. कई बार तो पैदल चलते वक्त भी एसे हादसे हो जाते है.
अधिकतर हादसों का कारण मोबाइल
आंकड़े बताते हैं कि गाजियाबाद की सड़कों पर होने वाले अधिकतर हादसे इसलिए होते हैं, क्योंकि कई बार ड्राइवर मोबाइल पर बात कर रहा होता है या अपनी आंखे मोबाइल स्क्रीन में गड़ाए सड़क के यातायात नियम का उल्लंघन करता दिखता है. इसके कारण सड़को पर चल रही कई सारी अन्य गाड़ियों को परेशानियों होती है. और कई बार यह परेशानीयां बड़ी घटना का रूप ले लेती है.
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पकड़े जाने पर बहानो की कतार
सड़कों पर वाहन चलाने वाले यह लोग जब पुलिस की पकड़ में आ जाते है तब खुद को बेकसुर साबित करने की कोशिश में दुनिया भर के बहाने बनाने लगते है. कई लोग लोकेशन और नेविगेशन देखने का बहाना बनाते है तो कई घर से फोन आने का. इनमे से कई लोग एसे भी होते है जो सिधा माफी मांग लेना ज्यादा उचित समझते है.
यातायात में बरते सतर्कता
एनसीआर में सड़क पर आए दिन बढ़ रही घटनाओं के मद्देनजर पुलिस कर्मी आमजनता को हिदायत दे रही है की सड़क सुरक्षा में सतर्क रहें और यातायात में अपनी और अपने आस पास के वाहनों को लेकर ज्यादा से ज्यादा सावधान रहे.