नई दिल्ली/गाजियाबादः यूपी के मुजफ्फरनगर दंगों से जुड़े मामले में भाजपा विधायकों पर दर्ज मुकदमा सरकार ने वापस लिया है. इस पूरे मामले पर भाजपा विधायक संगीत सोम का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकद्दमें दर्ज कराए गए, जबकि असली दंगो के दोषी आजम खान और अखिलेश यादव थे और उन पर कार्रवाई होनी चाहिए थी.
बीजेपी विधायक संगीत सोम का कहना है कि वो तो खुद सचिन, गौरव की हत्या के मामले में न्याय मांग रहे थे. हम सड़कों पर थे और सरकार से न्याय मांग रहे थे. उसके वावजूद हम पर मुकदमा दर्ज किया गया था और एनएसए लगाई गई थी, जिसे कोर्ट ने हटा दिया था. अगर हम निर्दोष थे तभी तो कोर्ट एनएसए हटाई थी. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर कोई चार्जशीट तक नहीं लगा पाए थे.
अगर किसी पर गलत मुकद्दमें दर्ज हो, तो यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मुकद्दमें हटाए जाए, सरकार सही निर्णय ले रही है. दंगो में हुई हत्याओं और मौतों के जिम्मेदार अखिलेश यादव और आजम खान हैं. उन्हें जेल होनी चाहिए, उन पर जांच होगी और होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने जो निर्दोष थे, उन्हें जेल भेजा दिया, जबकि अखलाक के परिजनों को हेलिकॉप्टर से बुलाया गया. मुज्जफरनगर दंगो के आरोपी मौलाना को हेलीकॉप्टर से बुलाया गया.
यह था मामला
बता दें कि 7 सितंबर 2013 में नंगला मंदौड़ की महापंचायत के बाद संगीत सोम और अन्य कई लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. तीनों नेताओं पर भड़काऊ भाषण, धारा 144 का उल्लंघन, आगजनी, तोड़फोड़ की धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई थी. मुजफ्फरनगर में सचिन और गौरव नामक युवकों की हत्या के बाद यह महापंचायत बुलाई गई थी, जिसके बाद मुजफ्फरनगर दंगों में करीब 65 लोगों की मौत हुई थी और 40 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हुए थे.
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