नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी में लॉकडाउन का एलान होते ही प्रवासी मजदूर एक बार फिर अपने गांवों की ओर निकल चुके हैं. लेकिन लॉकडाउन की वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में गाजियाबाद प्रशासन की ओर से मजदूरों को घर भेजने के लिए बसों का इंतजाम किया जा रहा है.
दरअसल, सोमवार को दिल्ली में लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद गाजियाबाद के कौशांबी बस अड्डे पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पहुंचने लगे. आलम यह था कि बसों की कमी होने लगी. जिसके बाद आनन-फानन में गाजियाबाद जिला प्रशासन ने रणनीति तैयार कर प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए योजना बनाई और कुछ ही घंटों में सैकड़ों की संख्या में कौशांबी बस अड्डे पर विभिन्न डिपो से बसें भेज दी गईं.
सोमवार रात 10 बजे के बाद कौशांबी बस अड्डे पर भीड़ कम होने लगी. वहीं मंगलवार को भी बस अड्डे पर करीब 100 बसें खड़ी नजर आईं. प्रवासी मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन में काम-धंधा बंद हो गया है. ऐसे में दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना बहुत मुश्किल है. साथ ही मकान का किराया भी भरना नामुमकिन है. इसीलिए बेहतर है कि अब हम अपने घरों को वापस लौट जाएं. कम से कम गांव में सुकून से घर में रह सकेंगे. अपनों के आसपास रहेंगे तो दुख दर्द बांट लेंगे.
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वहीं कौशांबी बस अड्डे के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र कुमार ने बताया कि क्षेत्रीय प्रबंधक और हेड क्वार्टर की मदद से विभिन्न क्षेत्रों से बसों को यहां मंगाया गया. इसके बाद रात को जितनी भी गाड़ियां कौशांबी बस अड्डे पर आती रहीं. यहां से यात्रियों को भेजते रहे. धीरे-धीरे यात्रियों की संख्या कम होती गई. अब भी कौशांबी बस अड्डे पर गाड़ियां आ रही हैं. जिनमें अब तक 70 हजार यात्रियों को 1300 से अधिक बसों के माध्यम से यहां से भेजा जा चुका है.