नई दिल्ली/ गाजियाबाद : आज सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर देशवासियों में उत्साह दिखाई दे रहा है. ऐसे में सुबह से ही महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और नौजवान योग करने के लिए विभिन्न जगहो पर पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में मुरादनगर की सामाजिक संस्था महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान ने एक पार्क में योग दिवस का आयोजन किया है. जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल हुए हैं.
महिला उन्नति प्रशिक्षण संस्थान की राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश शर्मा का कहना है कि योग एक धर्म नहीं, बल्कि एक साधना है. योग अपने आप में एक ज्ञान है. जोकि खासकर युवाओं के लिए बहुत अधिक जरूरी है. कोरोना काल में लोगों को योग का महत्व पता चला है. क्योंकि जिन लोगों ने योग किया है. उनको कोरोना महामारी ने छुआ तक नहीं है. इसीलिए वह चाहती हैं कि सभी लोगों को प्रतिदिन योग करना चाहिए.
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योग करने से बीमारियों से मिलता है छुटकारा
वहीं, योगाचार्य शोभा ठाकुर का कहना है कि वह 3 सालों से प्रतिदिन योग कर रही हैं. जिसकी वजह से उनकी बहुत सारी बीमारियां दूर हुई है. जिनमें हार्ट की समस्या, सर्वाइकल जैसी समस्याओं से छुटकारा मिला है. इसके साथ ही कोरोनाकाल में योग करना बहुत ही अच्छा है.