ETV Bharat / city

'स्थानीय उम्मीदवार का मुद्दा पुरानी बातें हो चुकी हैं, जनता का फैसला ही सर्वोपरि होता है'

मैं उस समय गाजियाबाद को अच्छी तरह से नहीं जानता था. अब गाजियाबाद एक अलग स्थान पर आ गया है और अपनी एक अलग पहचान बना रहा है.

स्थानीय उम्मीदवार का मुद्दा पुरानी बातें हो चुकी हैं
author img

By

Published : Mar 29, 2019, 10:54 AM IST

Updated : Mar 29, 2019, 1:10 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोकसभा सीट पर विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा हमेशा से बाहरी उम्मीदवार को ही उतारा गया है. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस और गठबंधन द्वारा स्थानीय उम्मीदवार को उतारा गया है. तो वही भारतीय जनता पार्टी ने फिर से बाहरी उम्मीदवार पर भरोसा जताया है.

स्थानीय उम्मीदवार का मुद्दा पुरानी बातें हो चुकी हैं

स्थानीय उम्मीदवार के मुद्दे पर जब ईटीवी की टीम ने सांसद वीके सिंह से बात की तो उन्होंने खुलकर कहा कि यहां के स्थानीय कौन हैं. बहुत कम लोग ही हैं जो गाजियाबाद के मूल निवासी हैं. यह सब चीजें स्वार्थ के निहित चलती हैं. इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है. यह मुद्दा 2014 में भी चला था लेकिन विरोधियों को इसका कोई लाभ नहीं मिला.

2014 में गाजियाबाद आया था
बातचीत के दौरान ही उन्होंने बताया कि जब मैं 2014 में गाजियाबाद आया था तो यहां की पहचान जिला गाजियाबाद के रूप में होती थी. मैं उस समय गाजियाबाद को अच्छी तरह से नहीं जानता था. अब गाजियाबाद एक अलग स्थान पर आ गया है और अपनी एक अलग पहचान बना रहा है.

जनता का फैसला ही सर्वोपरि
पार्टी के अंदरूनी कलह के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि चार लोगों के विरोध से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा. जरूरी है जनता के समर्थन और जनता की विश्वास की. उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी के भीतर विरोध कर रहे हैं उससे भी आगामी चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि जनता का फैसला ही सर्वोपरि होता है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोकसभा सीट पर विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा हमेशा से बाहरी उम्मीदवार को ही उतारा गया है. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस और गठबंधन द्वारा स्थानीय उम्मीदवार को उतारा गया है. तो वही भारतीय जनता पार्टी ने फिर से बाहरी उम्मीदवार पर भरोसा जताया है.

स्थानीय उम्मीदवार का मुद्दा पुरानी बातें हो चुकी हैं

स्थानीय उम्मीदवार के मुद्दे पर जब ईटीवी की टीम ने सांसद वीके सिंह से बात की तो उन्होंने खुलकर कहा कि यहां के स्थानीय कौन हैं. बहुत कम लोग ही हैं जो गाजियाबाद के मूल निवासी हैं. यह सब चीजें स्वार्थ के निहित चलती हैं. इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है. यह मुद्दा 2014 में भी चला था लेकिन विरोधियों को इसका कोई लाभ नहीं मिला.

2014 में गाजियाबाद आया था
बातचीत के दौरान ही उन्होंने बताया कि जब मैं 2014 में गाजियाबाद आया था तो यहां की पहचान जिला गाजियाबाद के रूप में होती थी. मैं उस समय गाजियाबाद को अच्छी तरह से नहीं जानता था. अब गाजियाबाद एक अलग स्थान पर आ गया है और अपनी एक अलग पहचान बना रहा है.

जनता का फैसला ही सर्वोपरि
पार्टी के अंदरूनी कलह के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि चार लोगों के विरोध से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा. जरूरी है जनता के समर्थन और जनता की विश्वास की. उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी के भीतर विरोध कर रहे हैं उससे भी आगामी चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि जनता का फैसला ही सर्वोपरि होता है.

Intro:गाजियाबाद : गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद जनरल वीके सिंह द्वारा ताबड़तोड़ जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है. जनसंपर्क के दौरान पिछले 5 साल की उपलब्धियों को भी लोगों के सामने रखा जा रहा है. गाजियाबाद लोकसभा सीट पर l विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा हमेशा से बाहरी उम्मीदवार को ही उतारा गया है. लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में जहां कांग्रेस और गठबंधन द्वारा स्थानीय उम्मीदवार को उतारा गया है. तो वही भारतीय जनता पार्टी ने फिर से बाहरी उम्मीदवार पर भरोसा जताया है.


Body:स्थानीय उम्मीदवार के मुद्दे पर जब ईटीवी की टीम ने सांसद वीके सिंह से बात की तो उन्होंने खुलकर कहा कि यहां के स्थानीय कौन है. उन्होंने बताया कि बहुत कम लोग ही हैं जो गाजियाबाद के मूल निवासी हैं. यह सब चीजें स्वार्थ के निहित चलती हैं. इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है. यह मुद्दा 2014 में भी चला था लेकिन विरोधियों को इसका कोई लाभ नहीं मिला.

बातचीत के दौरान ही उन्होंने आगे बताया कि जब मैं 2014 में गाजियाबाद आया था तो यहां की पहचान जिला गाजियाबाद के रूप में होती थी. मैं उस समय गाजियाबाद को अच्छी तरह से नहीं जानता था. अब गाजियाबाद एक अलग स्थान पर आ गया है और अपनी एक अलग पहचान बना रहा है.

पार्टी के अंदरूनी कलह के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि चार लोगों के विरोध से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा. जरूरी है जनता के समर्थन और जनता की विश्वास की. उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी के भीतर विरोध कर रहे हैं उससे भी आगामी चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि जनता का फैसला ही सर्वोपरि होता है.


Conclusion:
Last Updated : Mar 29, 2019, 1:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.