नई दिल्ली/गाजियाबाद: लाॅकडाउन के कारण शाम को बाजार बंद होने के कारण शनिवार से शुरू हो रहे रमजान को लेकर सहरी का इंतजाम करने में मुस्लिम समुदाय के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि रमजान के महीने में सरकार को शाम के समय बाजार को खुलने के लिए थोड़ी छूट देनी चाहिए.
लॉकडाउन के बीच शुरू हुआ रमजान-उल-मुबारक का महीना
शनिवार से मुस्लिम समुदाय का पाक रमजान-उल-मुबारक का महीना शुरू हो रहा है. ऐसे में वो रोजा रखने के लिए सुबह 4:00 बजे उठकर सहरी खाकर रोजा रखते हैं. जिसके लिए वो बाजार से शाम को ही फल सब्जी आदि अपनी जरूरतों का सामान खरीद कर इकट्ठा कर लेते हैं. लेकिन लाॅकडाउन के कारण बाजारों को शाम के समय बंद कर दिया गया है. ऐसे में मुस्लिम समुदाय के लोग किस तरीके से सहरी का इंतजाम कर रहे हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत ने लोगों से खास बातचीत की.
'नहीं है घर में खाने की कोई व्यवस्था'
बाजार के पास रहने वाले स्थानीय निवासी मुस्तकीम ने ईटीवी भारत को बताया कि लाॅकडाउन की वजह से जल्दी बाजार बंद होने से उनको सहरी का सामान इकट्ठा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनके घर में सहरी में खाने के लिए किसी भी सामान की व्यवस्था नहीं हो पाई है. अगर सरकार शाम में बाजार खुलने का थोड़ा भी समय भी दे दें, तो इससे रमजान में मुस्लिम समुदाय को सहूलियत मिलेगी.
'रमजान में शाम को बाजार खुलने में मिले छूट'
स्थानीय निवासी इमरान इदरीसी ने ईटीवी भारत को बताया कि इस बार का रमजान 15 घंटे का होने वाला है. ऐसे में सहरी में अच्छे खाने-पीने की व्यवस्था करने के लिए उनको शाम में बाजार जाकर सामान खरीद कर रखना होता है. लेकिन लाॅकडाउन की वजह से बाजार बंद होने से उनको सहरी का इंतजाम करने में परेशानी हो रही है. इसलिए वो चाहते हैं कि सरकार को सहरी का इंतजाम करने के लिए रमजान में शाम के समय बाजार खुलने में थोड़ी छुट देनी चाहिए.
'दुकान पर नहीं है सहरी का सामान'
ईटीवी भारत की टीम ने मुरादनगर के मुख्य बाजार बंद हो जाने के बाद कस्बे की गलियों में छोटे दुकानदारों से रमजान को लेकर हो रही खरीदारी के बारे में बातचीत की. दुकानदार शाहिद ने बताया कि रमजान से पहले उनकी दुकान पर भी काफी भीड़ होती थी. लेकिन इस बार लाॅकडाउन के कारण उनकी भी दुकानदारी पर भी फर्क पड़ा है. क्योंकि, रमजान के महीने में सहरी में बिकने वाली स्पेशल डबल रोटी, सेवइयां आदि सामान इस बार दुकानों पर नहीं आ पाया है.