नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर ब्लॉक के असालतनगर गांव की फ्रेंड्स कॉलोनी के निवासियों की मंदिर के सामने की सड़क बनाने की गुहार जब प्रधान या किसी भी जनप्रतिनिधि ने नहीं सुनी तो सभी कॉलोनी वासियों ने मजबूरी में चन्दा इकट्ठा करके मंदिर के सामने का रास्ता बनाया है. इससे मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को दिक्कतें न हों और बरसात के दिनों में मंदिर के सामने कीचड़ न फैले. इसके साथ ही मंदिर छोटा होने की वजह से श्रद्धालु मंदिर के बाहर बैठकर भजन कीर्तन कर सकें.
ईटीवी भारत को फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी नरेश कुमार ने बताया कि मंदिर के बाहर सड़क न बनी होने की वजह से बहुत अधिक दिक्कतें हो रही थी क्योंकि महिलाएं मंदिर के बाहर टूटी सड़क पर भजन कीर्तन करती थी. इसीलिए मजबूरी में सभी कॉलोनी वासियों ने चंदा इकट्ठा करके सड़क बनवाई है. क्योंकि काफी बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रधान ने उनके यहां की सड़क नहीं बनवाई है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि चंदा इकठ्ठा करके सड़क बनाने की लागत तकरीबन 12 हजार रुपये आई है.
टूटी सड़क पर भजन कीर्तन करती थीं महिलाएं
ईटीवी भारत को स्थानीय निवासी गुलशन राजपूत ने बताया कि मंदिर के सामने बरसात के दिनों में पानी भर जाता था. ऐसे में श्रद्धालु मंदिर के सामने भजन कीर्तन नहीं कर पाते थे. इसीलिए मजबूरी में सभी कॉलोनी वासियों ने चंदा इकट्ठा करके सड़क बनवाने का काम किया है. उनका यहां कहना है कि 5 साल में उनके यहां कोई भी विकास का काम नहीं हुआ है.
12 हजार रुपये की आई लागत
स्थानीय निवासी यतेंद्र ठाकुर ने बताया कि अगर आगे भी चल कर ऐसे ही समस्या बनी रही तो सभी कॉलोनी वासी चंदा इकट्ठा करके रास्ते बनवाने का भी काम करेंगे. फिर उनको किसी भी प्रधान की जरूरत नहीं पड़ेगी. स्थानीय निवासियों का यहां तक कहना है कि सड़क न बनाने की वजह से प्रधान इस कॉलोनी को अवैध बताते हैं.