नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: दिल्ली गाज़ियाबाद की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में यूं तो बड़े बड़े कारनामे देखने को मिल रहें है. लेकिन जब एक एलकेजी में पढ़ने वाली छोटी सी बच्ची किसानों के लिए कुछ करें तो यह वाकई काबिले तारीफ है. गाजीपुर बॉर्डर पर LKG में पढ़ने वाली एक छोटी सी मासूम नीशू अपने पिता अजय के साथ पहुंची. एक महीने से ज्यादा होने की वजह से अधिकतर किसान हेयर कटिंग और शेविंग नहीं करवा पा रहे थे. ऐसे में जेवर इलाके के रहने वाले किसान अजय ने किसानों को सेवा देने का जिम्मा लिया. अजय अपनी बेटी नीशू के साथ गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच गए और निशुल्क किसानों की शेविंग और हेयर कटिंग करने की कार्य शुरु कर दिया.
बच्ची का है अहम योगदान
इस काम में नन्ही सी नीशू का भी बड़ा योगदान है. अजय के पास जब शेविंग करवाने के लिए लंबी कतार लग जाती है, तो नीशू अपनी डायरी में सबके नाम और फोन नंबर दर्ज करती है. इसके बाद किसान अपने कामों में जुट जाते हैं. जैसे ही संबंधित किसान का नंबर आता है. वैसे ही डायरी में नोट नंबर के आधार पर किसान को फोन करके बुला लिया जाता है. इससे किसान को कतार में इंतजार भी नहीं करना पड़ता.
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अजय हैं किसान,उनके भाई हैं जवान
अजय खुद एक किसान हैं और उनके भाई बीएसएफ में जवान है. शुरू से ही अजय गांव में रहते हैं और किसानों की सेवा करते आए हैं. यहां पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी वह खुद ही करके आए हैं. हेयर कटिंग से पहले अपने साथ कटिंग के लिए लाए औजारों को बार-बार सैनिटाइज भी करते हैं. लेकिन किसान आंदोलन में उनके साथ उनकी बेटी का जज्बा कमाल का काम कर रहा है. नन्ही नीशू की चर्चा किसान आंदोलन के बाहर भी सभी जगह हो रही है.