नई दिल्ली/गाजियाबाद : इंसान में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो मंज़िल तक पहुंचने का रास्ता आसान हो जाता है. कड़ी मेहनत और हौसले से हर मुश्किल राह आसान हो जाती है. ऐसी ही कहानी गाज़ियाबाद की रहने वाली अनीता शर्मा की है. अनीता शादी के बाद एक गृहणी की तरह आम जिन्दगी जीने लगीं, लेकिन उनकी आंखों में फ़िल्म मेकर बनने का सपना था. अपने सपनों को पंख देने के लिए अनीता ने लेखिका के तौर पर समाचार पत्रों के लिए लिखना शुरू किया. महिला सशक्तिकरण आदि सामाजिक मुद्दों पर लेख लिख अपनी भावनाओं को समाज के सामने रखती रहीं, जिसके बाद उन्होंने महिलाओं के जीवन पर आधारित फिल्में भी लिखनी शुरू कर दीं.
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फ़िल्म निर्देशक अनीता शर्मा बताती हैं कुछ वक्त अखबारों के लिए लेख लिखने और फिल्में लिखने के बाद एहसास हुआ कि अब फिल्म मेकिंग सीखनी चाहिए. मेरे पास अपने जीवन में कुछ नया सीखने के लिए बहुत समय है. मैंने फिल्म मेकिंग पर कुछ किताबें पढ़नी शुरू कर दी हैं और मैंने 2013 में फिल्म निर्देशन की अपनी यात्रा शुरू कर दी.
अनीता आठ साल के फ़िल्ममेकिंग करियर में 12 शॉर्ट फिल्में बना चुकी हैं. अनीता द्वारा निर्देशित की गई शॉर्ट फ़िल्म द कोट (THE COAT) को 2019 में इटली में हुए रिवर टू रिवर फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था. 2019 में ही उनकी दूसरी फिल्म इलिश (ILISH) को जर्मनी में हुए इंडो-जर्मन फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाया गया. मौजूदा समय में अनीता द्वारा निर्देशित की गई पांच शॉर्ट फिल्में हॉटस्टार ओटीटी प्लेटफार्म पर दिखाई जा रही हैं. यूट्यूब पर भी अनीता की शॉर्ट फिल्मों को काफी पसंद किया जा रहा है. अनीता शर्मा के निर्देश में बनी शॉर्ट फ़िल्म गीलो रेगिस्तान यूट्यूब पर तक़रीबन 80 लाख बार देखी जा चुकी है.
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अनीता बताती हैं उनके द्वारा निर्देशित की गई पहली फिल्मों को खासा पसंद किया गया, जिससे उन्हें आगे बढ़ने के लिए काफी प्रोत्साहन मिला. जिसने उन्हें अपना कैरियर जारी रखने के लिए प्रेरित किया. वह बताती हैं आपके जुनून को बस आपके समय और समर्पण की जरूरत है. कुछ भी असंभव नहीं है. एक महिला कुछ भी कर सकती है. वह अपने सपने और घर के कामों को अच्छी तरह से प्रबंधित करने में सक्षम है. उसे सिर्फ परिवार के समर्थन की जरूरत है.
अनीता ने अपने जीवन को सिर्फ फिल्में बनाने तक ही सीमित नहीं रखा बल्कि उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ा कर गाजियाबाद में एक स्टूडियो खोला जहां वह कलाकारों को फिल्म उद्योग के लिए तैयार करते हैं. इतना ही नहीं अनीता शर्मा आर्थिक तौर पर कमजोर छात्रों को मुफ्त में अपने स्टूडियो में एक्टिंग, डांसिंग आदि की ट्रेनिंग भी देती हैं, जिससे वह अपने सपनों को पूरा कर सकें.