नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में बेटी को जन्म देने पर पति ने पत्नी को तीन तलाक दे दिया. पीड़िता का कहना है कि उसके पति ने 20 नवंबर को उसे तीन तलाक बोलकर घर से निकाल दिया. इसके बाद पीड़िता ससुराल में घर के आगे बैठी रही. इस दौरान उसने पुलिस चौकी के भी चक्कर काटे. उसका आरोप है कि पुलिस ने FIR तक दर्ज नहीं की.
पीड़िता गुरुवार को अचानक लोनी बॉर्डर थाने पहुंची, जिसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज कर ली. महिला का कहना है कि शादी के वक्त पूरा दान-दहेज दिया गया था, लेकिन जब उसने बेटी को जन्म दिया तो पति भड़क गया और उसे तीन तलाक दे दिया.
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गर्भ की जांच करवाने के लिए मारपीट
पीड़िता का आरोप है कि उस पर गर्भवती होने के बाद ही पति और ससुराल वाले दबाव बना रहे थे कि वह गर्भ में पल रहे बच्चे की जांच करवाएं, जिससे यह पता चल पाए कि वह लड़का है या लड़की है. पीड़िता ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया था. ऐसे में उसके साथ मारपीट भी की जाती थी. मगर जैसे ही बेटी पैदा हुई ससुराल वाले भड़क गए और उन्होंने वही किया जिसका डर था. पीड़िता ने कहा कि यह लीगल तलाक नहीं है. इसलिए पीड़िता अपने ससुराल जाने की जिद पर अड़ी हुई है.
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ससुराल के बाहर बैठे वक्त घूरते थे लोग
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि वह ससुराल के बाहर लगातार इस आस में बैठी थी कि शायद उस पर किसी को दया आ जाए, लेकिन कई बार शाम के समय कुछ शरारती तत्व इलाके में घूमते थे जो पीड़िता को घूरते रहते थे. उसे जान और इज्जत का खतरा भी बना हुआ था. पीड़िता पर नजर रखने के लिए उसके ससुराल वालों ने कैमरे भी लगवा दिए थे, लेकिन ससुराल वालों को जरा भी दया नहीं आई. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पीड़िता को उम्मीद है कि मामले में आगे की कार्रवाई जरूर होगी.