नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर का दिल कहे जाने वाले गाजियाबाद में लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. वाहन नहीं चल रहे हैं. फैक्ट्रियां और ईट भट्टे पूरी तरह से बंद हैं. इसलिए लॉकडाउन प्रकृति के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है.
कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के चलते गरीब और कामगार लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और जनजीवन ठहर गया है. लेकिन लॉकडाउन प्रकृति के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है.
खुद ही साफ हो रही हिंडन
गाजियाबाद की हिंडन नदी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आस्था का एक मुख्य केंद्र मानी जाती है. हर साल यहां छठ पूजा पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में छठ पूजा से पूर्व इस नदी की साफ-सफाई के लिए प्रशासन कई महीने पहले से लग जाता है. लेकिन लॉक डाउन के दौरान हिंडन नदी खुद-ब-खुद ही निर्मल होनी शुरू हो गई है.
आम दिनों में हिंडन नदी में फैक्ट्रियों का औद्योगिक कचरा गिरता था. लेकिन लॉकडाउन के दौरान तमाम फैक्ट्रियां बंद कर दी गई हैं. जिसकी वजह से हिंडन नदी अपनेआप काफी हद तक साफ हो गई है.