नई दिल्ली/गाजियाबाद : कोरोना से बचने के लिए दो गज की दूरी है जरूरी, जैसे न जाने कितने नारे दिए गए, लेकिन लोग हैं कि मानने को तैयार ही नहीं. आलम ये है कि वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंच रही महिलाएं, बुजुर्ग और युवा अब इस बात से डर रहे हैं कि कहीं भीड़ में कोरोना संक्रमण का शिकार न हो जाएं.
हालांकि वो अलग बात है कि गाजियाबाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन कार्यक्रम को लेकर तमाम दावे कर रहा है, लेकिन गाजियाबाद के संजय नगर सेक्टर 23 स्थित संयुक्त अस्पताल में वैक्सीन लगवाने आए लोगों की भीड़ ये साफ बता रही है कि न तो सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing Violation) का ख्याल रखा जा रहा है और न ही लोगों को समय पर वैक्सीन लग रही है. मतलब घंटों इंतजार के बाद लोगों का नंबर आ रहा है.
वैक्सीनेशन सेंटर पर अव्यवस्था का आलम
अस्पताल में वैक्सीन लगवाने आए लोगों का कहना है कि सुबह 9:00 बजे से वैक्सीन लगवाने के लिए इंतजार कर रहे हैं लेकिन दोपहर 12:00 बजे तक भी वैक्सीन नहीं लग पाई. वैक्सीन लगवाने आई बुजुर्ग महिला निर्मला देवी ने बताया कि वह वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने आई हैं. टोकन तक नहीं मिल पा रहा है. डर है कि कहीं भीड़ में कोरोना ना घर ले जाएं. वहीं एक और महिला ने बताया कि वैक्सीनेशन सेंटर पर काफी अव्यवस्था है. कई घंटे इंतजार करने के बाद भी वैक्सीन नहीं लग पाई है जबकि रजिस्ट्रेशन करवाकर वैक्सीन (Registration For Vaccination) लगवाने आए हैं.
ये भी पढ़ें: मालवीय नगर : वैक्सीन लगाने में लेट-लतीफी, लोगों ने काटा बवाल
घंटों इंतजार के बाद नहीं लगी वैक्सीन
80 वर्षीय पिता को वैक्सीन लगवाने आए नंदकिशोर ने बताया कि सुबह 9:00 बजे से अस्पताल में खड़े हुए हैं लेकिन 12 बजे तक वैक्सीन नहीं लग पाई है. वहीं एक महिला तो हेलमेट पहने नजर आई. जिन्होंने बताया कि डॉक्टर भी फेसशील्ड का इस्तेमाल करते हैं, यही सोचकर हमने इसका सहारा लिया है.
ये भी पढ़ें: कोरोना टीका गर्भवती महिलाओं के लिए कितनी सुरक्षित, एक्सपर्ट से जानें
वैक्सीनेशन का लक्ष्य होगा पूरा: अतुल गर्ग
वहीं इस पूरे मामले पर यूपी के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि पिछले महीने लक्ष्य से अधिक वैक्सीनेशन किया गया. इस बार भी वैक्सीनेशन का लक्ष्य शत प्रतिशत पूरा होगा. किसी एक दिन वैक्सीनेशन कम हो या बढ़े तो इसे आधार नहीं मानना चाहिए. वहीं लोगों की परेशानियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि वैक्सीन लग रही है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अगर इस तरह से वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा होगा तो फिर कोरोना का खतरा कैसे टलेगा.