नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरना गांव के ग्राम प्रधान नीरज त्यागी ने बताया कि वो अपने पूरे गांव को लगातार सैनिटाइज करवा रहे हैं. इसके साथ ही हमारे गांव में कोई भी लाॅकडाउन का उल्लंघन ना करें. इसके लिए उन्होंने गलियों में माइक लगाए हैं और खुद माइक से लोगों से घरों में रहने की अपील करते हैं.
गांव के प्रधान दे रहे हैं कोरोना से जंग में साथ
कोरोना वायरस को लेकर शहरी क्षेत्रों से सटे गांवों में किस तरीके से तैयारियां की गई हैं. इस पर बातचीत करने के लिए ईटीवी भारत की टीम मुरादनगर गांव के सरना गांव में पहुंची और वहां ग्राम प्रधान नीरज त्यागी से खास बातचीत की.
प्रधान करवा रहे हैं सैनिटाइजेशन
सरना ग्राम प्रधान नीरज त्यागी ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने अपने पूरे गांव को सैनिटाइज करा दिया है. दो बार पूरे गांव में फॉगिंग भी करा दी गई है. इसके साथ ही उन्होंने गलियों में माइक लगवाए हैं. जिससे कि वो समय-समय पर गांववासियों को जानकारी देते रहते हैं. गांव में रहने वाले मजदूरों की वो अपनी तरफ से भी मदद कर रहे हैं. साथ ही सरकार से दी जाने वाली सुविधाओं को भी उन तक पहुंचा रहे हैं.
इसके साथ ही उन्हें ईटीवी भारत को बताया कि ग्राम प्रधानों के जिला अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों से अपील की है कि वो भी अपने गांवों को लगातार सैनिटाइज कराते रहें. साथ ही अपने गांव के गरीब मजदूरों की मदद करते रहे और सभी ग्राम वासियों को जागरूक करते रहे.
गेहूं कटाई के लिए नहीं मिल रहे मजदूर
सरना ग्राम प्रधान ने बताया कि गेहूं की फसल की कटाई के लिए किसानों को मजदूर नहीं मिल रहे हैं. क्योंकि उनको कोरोना वायरस और पुलिस का भी डर बना रहता है. क्योंकि पुलिस उनको आते जाते समय डंडा ना मार दे. इसी डर से गांव में सब्जी और फल वालों ने भी आना बंद कर दिया है.
मौसम खराब होने से होगा किसानों को बड़ा नुकसान
इसके साथ ही उन्होंने ईटीवी भारत को यह भी बताया है कि अगर मौसम ख़राब होता है तो किसानों को इससे बड़ा नुकसान होगा उनकी फसल तो बर्बाद होगी, साथ ही गेहूं की कटाई से मिलने वाला भुस भी हवा में उड़ जाएगा.