नई दिल्ली/गाजियाबादः पंजाब से गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर अपने परिवार के साथ किसान की बेटी राकेश टिकैत का आशीर्वाद (Farmer's daughter reached to seek blessings of Rakesh Tikait) लेने के लिए पहुंची. छात्रा ने बताया कि वह विदेश में हायर स्टडी (higher study in canada ) के लिए जा रही है. उनके पिता किसान हैं. यह सुनकर राकेश टिकैत काफी खुश हुए, उन्होंने छात्रा को आशीर्वाद दिया.
राकेश टिकैत ने कहा किसानों के जो बच्चे बाहर जा रहे हैं, वे दुनिया में देश का नाम राेशन करेंगे. उन्होंने कहा कि वे बच्चे अपनी यादें साथ लेकर जाते हैं. वे बच्चे जब बाहर पढ़ने जाते हैं, तो अपने हिंदुस्तान की मिट्टी भी साथ लेकर जाते हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि मैंने छात्रा को उपहार में शॉल दिया और कहा
यह आंदोलन की शॉल है. इसे अपने साथ ले जाना और इसे विदेश में जाकर शो केस में सजा कर रखना. जब भी इस शॉल को देखोगी तो आंदोलन और देश की मिट्टी आपको याद आती रहेगी.
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टिकैत ने बताया कि उनके पास आशीर्वाद में देने के लिए बस वह शॉल था, इसलिए वह बच्ची को उपहारस्वरूप दिया. पूर्व में कुछ विदेशी छात्र राकेश टिकैत से मिलने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे. देश के कई लंबे आंदोलनों में शामिल किसान आंदोलन को काफी चर्चित आंदोलन भी कहा जा रहा है.