नई दिल्ली/गाजियाबाद: नेता प्रतिपक्ष और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद कांग्रेस की उम्मीदवार डोली शर्मा के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जनता से अपील की कि कांग्रेस की युवा, शिक्षित और स्थानीय उम्मीदवार डोली शर्मा को अपना वोट दें.
उनके साथ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी भी गाजियाबाद पहुंचे. अपने संबोधन में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से जनता के हितों वाले कार्य करती आई है. आज के समय नेता पैसे और शराब के दम पर लोगों का वोट खरीद रहे हैं. लेकिन हमारी पार्टी शुरू से इसका विरोध करती आई है.
'शराब के लिए पैसे देकर उनका वोट खरीद सकता था'
इस अवसर पर उन्होंने एक वाकया बताते हुए कहा कि जब वह महाराष्ट्र से चुनाव लड़ रहे थे तो वहां के एक कस्बे के निवासियों ने मुझसे शराब के लिए कुछ पैसों की मांग की थी. लेकिन मैंने उन्हें कहा कि अगर पार्टी के प्रचार के लिए फंड चाहिए तो ले लो. लेकिन शराब के लिए मैं पैसे नहीं दूंगा और इसका खामियाजा मुझे उस चुनाव में 11000 मतों से हार कर भुगतना पड़ा.
कस्बे में कुल 50000 मतदाता थे. अगर मैं चाहता तो आराम से शराब के लिए पैसे देकर उनका वोट खरीद सकता था. लेकिन मेरा जमीर इसकी इजाजत नहीं देता था इसलिए मैंने उन्हें पैसे नहीं दिए.
सपा बसपा रालोद गठबंधन पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि शायद उन्हें यह नहीं पता की उह लोकसभा का चुनाव है. ना कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का. उत्तर प्रदेश के अलावा उनके पार्टी का कहीं अस्तित्व नहीं. एक प्रकार से सपा-बसपा रालोद गठबंधन करके कहीं ना कहीं बीजेपी को ही फायदा पहुंचा रही है.
'सरकारी चैनल भी भाजपा का ही प्रचार कर रही है'
इस अवसर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज मोदी के राज में किसानों को उनके फसल का वाजिब कीमत नहीं मिल पा रही. सरकार भले ही लाख दावे करती रही हो कि उसने फसलों के समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना वृद्धि की है. लेकिन अगर किसानों के फसल की वाजिब कीमत ही नहीं मिलेगी तो फिर वृद्धि का क्या फायदा.
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सरकारी चैनल भी भाजपा का ही प्रचार कर रही है जबकि नियम के हिसाब से उसे सभी दलों का प्रचार करना चाहिए.
फेसबुक द्वारा कुछ कांग्रेस समर्थित पेजों को बैन करने के संबंध में उन्होंने बताया कि आज फेसबुक को भी सिर्फ मोदी समर्थित विषय ही ऑथेंटिक लग रहे हैं. इसलिए हमारे फेसबुक पेजों को उनके द्वारा बैन किया जा रहा है. डेमोक्रेसी पूरी तरह से खत्म हो गई है. हम बेरोजगार युवा, स्त्रियों की सुरक्षा की लड़ाई के साथ साथ हम देश में लोकतंत्र बहाल करने की भी लड़ाई लड़ रहे हैं.