नई दिल्ली/गाजियाबाद: गुरुवार को गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि किसानों की संख्या को सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के जिलों में ब्लॉक स्तर पर बैठक कर, रोटेशन व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाएगा, जिससे बॉर्डर पर किसानों की संख्या सुनिश्चित हो सके व आंदोलन घर-घर तक पहुंच सके.
संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के जिलों में 11 तारीख से बैठकों का दौर प्रारंभ हो जाएगा. किसानों और मजदूरों ने सरकार के रवैये को देखते हुए लंबी लड़ाई का मन बना लिया है. आंदोलन के साथ किसान खेती भी कर सकें व आंदोलन में भागीदारी कर सकें. इसके लिए क्षेत्रवार रोटेशन व्यवस्था बनाई गई है. जब तक सरकार तीनों कानून को रद्द नहीं कर देती व एमएसपी की गारंटी का कानून नहीं बना देती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
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बैठक में करनाल की घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि मौजूदा सरकार अंग्रेजी हुकूमत के दिन याद करवा रही है. ये सरकार अंग्रेजी हकूमत का ही नया वर्जन है. बैठक में भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन, आशीष मित्तल, बलजिंदर सिंह मान, अजीत सिंह, मणि देव चतुर्वेदी, रमन कंबोज, प्रिंस दास आदि मौजूद रहे.
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