नई दिल्ली/गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश में 50 फीसदी उपस्थिति के साथ स्कूल खोलने का फैसला लिया गया है. यूपी के स्कूल कोरोना प्रोटोकोल के साथ 16 अगस्त से खुलेंगे. छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है. माध्यमिक स्तर के स्कूल 50 फीसदी क्षमता के साथ खोले जाने की इजाजत मिलने के साथ ही छात्रों ने प्रतिक्रिया दी है. आइए जानते हैं सरकार के इस फैसले पर स्टूडेंटस क्या कहते हैं.
गाजियाबाद की रहने वाली 12वीं क्लास की छात्रा प्रिया से बात ईटीवी भारत की टीम ने बात की. उनका कहना है कि स्कूल खोले जाने चाहिए. ऑनलाइन क्लास में बिल्कुल पढ़ाई नहीं हो पा रही है. बोर्ड की परीक्षा की तैयारी ऑनलाइन से नहीं हो सकती है. थोड़ा बहुत डर भी है, क्योंकि कोरोना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. वैक्सीनेशन भी 18 साल से अधिक के उम्र के लोगों का हुआ है. स्कूल में कोरोना संबंधी नियमों का पूरी सख्ती से पालन होना चाहिए. स्कूल जाने के लिए काफी उत्साहित हैं.
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गाजियाबाद के रहने वाले 11वीं क्लास के स्टूडेंट मयंक का कहना है कि स्कूल गए हुए, काफी समय हो गया है और पढ़ाई का भी नुकसान हो रहा है. स्कूल जाने के लिए काफी उत्साहित हैं. सरकार को यह देखना होगा कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरी तरह से ख्याल किस तरह से रखा जाएगा. स्कूल जाते समय कुछ लिमिटेशंस होंगी, जिनका ध्यान रखना पड़ेगा.
मयंक ने कहा कि अभी वैक्सीनेशन नहीं हुआ है. खुद को ज्यादा सेफ्टी के साथ स्कूल जाने के लिए तैयार करना होगा. स्कूल में पढ़ाई होने से सिलेबस को सही तरीके से पूरा कर पाएंगे.
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बता दें कि बीते 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में 2 लाख 38 हजार 888 कोविड सैंपल की जांच की गई. इनमें सिर्फ 25 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. इसी अवधि में 42 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए. प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर 98.6 फीसदी है. 416 लोग घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. अब तक 16 लाख 85 हजार 91 से अधिक प्रदेशवासी कोरोना संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं.