नई दिल्ली/गाजियाबाद: लखीमपुर खीरी की घटना में हुई किसानों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. तमाम विपक्षी दल केंद्र और योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर योगी सरकार पर लगातार आक्रमक रुख अपनाये हुए हैं. ऐसे में अब समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय नेता भी योगी सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं. समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत सदस्य विकास यादव ने कहा है कि क्या इसी दिन के लिए जनता ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया था कि वह किसानों को दबाने और कुचलने का काम करेंगे.
विकास यादव का कहना है कि गृह राज्य मंत्री के बेटे ने देश के संविधान की गरिमा को तार-तार करने का काम किया है. संविधान ने अधिकार दिया है कि अगर कोई कानून या नियम सही नहीं लगता, तो उसके खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर सकते हैं. जिन नेताओं से यह अपेक्षा की जाती है कि वह गरीब, मजदूर, किसानों और अबलाओं की मदद करने का काम करेंगे. अब वही लोग उन्हें मारने और कुचलने का काम कर रहे हैं, तो ऐसे लोगों से क्या आशा की जा सकती है.
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