नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना काल के मध्य में दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में मानसून दस्तक देने वाला है, जिसके चलते हर साल की तरह इस साल भी इलाकों में जलभराव और बारिश से होने वाली परेशानियों से लोगों का आमना-सामना होगा. एसे में गाजियाबाद की महापौर आशा शर्मा का कहना है कि मानसून के मद्देनजर इलाकों के बड़े नालों को प्राथमिकता से साफ किया जाना चाहिए, ताकि मानसून के वक्त होने वाली अधिकतर परेशानियों पर काबू किया जा सके.
आमजन की परेशानी
कोरोना काल के बीच मानसून के आगमन के चलते गाजियाबाद के लोगों में तनावपूर्ण स्थिति देखी जा रही है. लोगों का मानना है कि हर बार कि तरह इस साल भी नगर निगम के दावे धरातल पर फेल हो जाएंगे, जिसका मुख्य कारण मानसून के निकट आने के बाद भी नालों की सफाई में विलंब है, भारी बारिश में काफी ज्यादा जलभराव के चलते इस बार भी सड़कों पर गंदा पानी फैलने और कई इलाकों में लोगों के घरों में पानी भर जाने की संभावना है. साथ ही साथ इससे कई अन्य बीमारियां भी जन्म ले सकती हैं.
ये भी पढ़ें: 'राम मंदिर' में बन गया अस्पताल, 'भगवान के घर' हो रहा वैक्सीनेशन
बड़े नालों की सफाई में प्राथमिकता
वहीं हर साल आने वाली इस समस्या पर बात करते हुए गाजियाबाद की महापौर आशा शर्मा ने जानकारी दी कि सबसे प्रथम में इलाकों के बड़े नालों की सफाई करवाई जा रही है, क्योंकि पिछले बार छोटे नालों की सफाई करवाने के बावजूद जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई थी. उन्होंने कहा कि मानसून के मद्देनजर गाजियाबाद नगर निगम पुरी तरह से तैनात है, साथ ही मानसून में आमजन को हर संभव राहत पहुंचाने का प्रयास कर रहा है.