नई दिल्ली/गाजियाबाद: एनवायरमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी (EPCA) के अध्यक्ष डॉ. भूरे लाल ने शनिवार को गाजियाबाद जिले में अधिकारियों के साथ बैठक की. ताकि आने वाले शीतकालीन सत्र में वायु प्रदूषण को नियंत्रित रखा जा सके. उन्होंने टूटी सड़कों की मरम्मत, पानी का छिड़काव, खुले में प्लास्टिक और दूसरे तरह के कूड़े को जलाने पर रोक लगाने के अधिकारियों को निर्देश दिए.
बैठक में ये अधिकारी हुए शामिल
बैठक में डीएम अजय शंकर पांडे, गाजियाबाद डिवेलपमेंट अथॉरिटी की उपाध्यक्ष कंचन वर्मा, नगर आयुक्त नगर निगम दिनेश चंद, एसएसपी सुधीर कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी गण, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दूसरे सम्बंधित विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे. इसके अलावा बैठक में औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि भी बैठक में उपस्थित रहे.
'अनुमान्य ईंधन ही प्रयोग किया जाए'
बैठक में EPCA के अध्यक्ष डॉ. भूरे लाल ने आने वाले सत्र में कुछ बातें सुनिशचित करने के निर्देश दिए. जैसे कि सड़कों पर धूल, टूटी सड़कों की मरम्मत, पानी का छिड़काव, खुले में प्लास्टिक और दूसरे तरह के कूड़े को जलाने पर रोक और उद्योगों में अनुमान्य ईंधन का ही प्रयोग किए जाने के निर्देश दिए हैं. जिले में गैस डिलीवरी करने वाली एजेंसी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड(IGL) को भी निर्देश दिए हैं. बैठक में डॉ. भूरे लाल ने कहा कि जिन उद्यमियों ने गैस आपूर्ति लिए एप्लाई किया है. उन्हें कनेक्शन 15 दिन में देना सुनिशचित कराया जाए.
'NCR में चलाई जाएं CNG बसें'
EPCA अध्यक्ष ने रोडवेज के अधिकारियों को भी निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि NCR में चलने वाली बसों को ज्यादा से ज्यादा CNG बसों में कन्वर्ट करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. ताकि NCR के वायु प्रदूषण को कम किया जा सके.
'गाजियाबाद बहुत संवेदनशील जिला'
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण की नजर से जिला गाजियाबाद बहुत संवेदनशील जिला है. उन्होंने वायु प्रदूषण से होने वाले खतरों पर भी विस्तार से बात की. उन्होंने कहा कि आम जनता के लिए वायु प्रदूषण कितना ज्यादा नुकसानदायक है. इसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराई जाए.