नई दिल्ली/गाजियाबाद: जल्द ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग वाले ई-रिक्शा देखने को मिल सकते हैं. गाजियाबाद में इन ई-रिक्शा को खास तरीके से तैयार किया गया है. जिससे इसमें 4 लोग बैठ सकते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग भी बनी रहेगी.
ई-रिक्शा में बनाए चेंबर
इस ई-रिक्शा में चेंबर बना दिए गए हैं. ड्राइविंग सीट पर भी चेंबर बनाकर पार्टीशन कर दिया गया है. रिक्शा को बनाने वाली कंपनी के डायरेक्टर विकास का कहना है कि पुराने ई रिक्शा को भी मॉडिफाई करके इसी तरह से बनाया जा सकता है. ई-रिक्शा में सैनिटाइजेशन का भी इंतजाम किया गया है. पुराने ई-रिक्शा को इस तरह से मॉडिफाई करने में 8 हजार रुपये का खर्च आएगा.
अभी है ई-रिक्शा पर पाबंदी
गाजियाबाद में अभी ई-रिक्शा नहीं चल पा रहे हैं. इसकी वजह यही है कि सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन नहीं हो पाएगी. ई-रिक्शा वाले ये भी कह रहे हैं कि अगर सिर्फ दो लोगों को बैठा कर चलेंगे, तो उनका खर्चा नहीं निकल पाएगा. इससे उनकी रोजी-रोटी का संकट गहरा जाएगा. अगर वाकई सोशल डिस्टेंसिंग वाले ई-रिक्शा को मंजूरी मिलती है. तो ई-रिक्शा चालक भी अपनी रोजी-रोटी चला पाएंगे.
कंपनी कर रही फाइनेंस की कोशिश
सोशल डिस्टेंसिंग वाले ई-रिक्शा बनाने वाली कंपनी ई-रिक्शा चालकों के लिए उसे मॉडिफाई कराने के लिए फाइनेंस की भी कोशिश कर रही है. कंपनी के मालिक का कहना है कि कुछ बैंकों से बात चल रही है. अगर वो फाइनेंस की सुविधा उपलब्ध कराएंगे, तो ई-रिक्शा चालक ईएमआई के माध्यम से भी अपने रिक्शा को मॉडिफाई करा सकते हैं. क्योंकि फिलहाल 2 महीने से लॉकडाउन के चलते ई-रिक्शा चालकों की कमाई नहीं हुई है. ऐसे में उनके पास भी एक साथ 8 हजार रुपये खर्च करने की व्यवस्था नहीं होगी.
कंपनी का दावा है कि इस ई-रिक्शा में लगाए गए सैनिटाइजिंग टैंक के माध्यम से पूरे दिन सैनिटाइजेशन का इंतजाम हो सकता है. लेकिन उसके लिए लिक्विड अगर सरकार मुहैया कराएगी. तो ई-रिक्शा चालकों के लिए बड़ी राहत होगी. फिलहाल इन ई-रिक्शा को रोड पर चलाने की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है.