नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोकसभा चुनाव का पहले चरण का मतदान कुछ ही घंटों में शुरू हो जाएगा. ऐसे में मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करवाने के लिए प्रशासन ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है. मतदान केंद्रों और बूथों पर जिला प्रशासन पूरी तरह से सख्ती बरते हुए है.
'डिजिटल कैमरों से निगरानी'
गाजियाबाद एसएसपी का कहना है कि संवेदनशील बूथों पर अलग से निगरानी रखी जा रही है और वहां डिजिटल कैमरे भी लगाए गए हैं. इसके अलावा मतदान केंद्र पर जितने भी बूथ हैं उनमें अतिरिक्त पुलिस कर्मी तैनात किए जाएंगे.
'173 मतदान केंद्र पर माइक्रो ऑब्जर्बर'
गाजियाबाद में 173 मतदान केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील चिन्हित किया गया है. इनमें पांचों विधानसभाओं के अंतर्गत साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में 19 मतदान केंद्र और 63 पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं.
लोनी में 19 मतदान केंद्र और 49 पोलिंग बूथ, मुरादनगर में 20 मतदान केंद्र और 47 पोलिंग बूथ,गाजियाबाद शहरी क्षेत्र में 19 मतदान केंद्र और 49 पोलिंग बूथ, मोदीनगर में 23 मतदान केंद्र और 23 पोलिंग बूथ, और धौलाना जो की आंशिक लोकसभा क्षेत्र में है. उसमें 14 मतदान केंद्र और 19 पोलिंग बूथ संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केटेगरी में रखे गए हैं.
एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर निगरानी के लिए माइक्रो ऑब्जर्वर को जिम्मेदारी दी गई है. ऐेसे में पोलिंग बूथों पर पैरामिलिट्री के अलावा अतिरिक्त पुलिस कर्मी हर पोलिंग बूथ पर तैनात कर दिया गया है.
'तैयारियां पूरी'
माना जा रहा है कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर गड़बड़ी हो सकती है. ऐसे ज्यादातर बूथ और मतदान केंद्र ऐसे इलाकों में है जहां पर जातीय समीकरण काम करता है. इसी तरह का एक पोलिंग बूथ पप्पू कॉलोनी का भी है.
यहां बीजेपी पार्षद का कहना है कि जब सपा और बसपा की सरकार रही थी तब इन पोलिंग बूथ पर काफी ज्यादा गड़बड़ सामने आई थी. हालांकि अब दावा किया जा रहा है कि इस बार कोई गड़बड़ सामने नहीं आएगी.