नई दिल्ली/कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण के ब्रह्म गंगा नाले में आई बाढ़ (Flood In The Brahmaganga Drain) के चलते जहां कई स्थानीय लोग लापता हो गए हैं तो वहीं गाजियाबाद की एक युवती भी पानी की चपेट में आ गई है. सभी लापता लोगों की तलाश के लिए मणिकर्ण में रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation Continues In Manikaran) शुरू किया गया है, लेकिन बुधवार शाम तक लापता लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. बाढ़ की चपेट में जो लोग आए हैं उनमें मां बेटा और निजी प्रोजेक्ट में कार्यरत कर्मचारी और गाजियाबाद की युवती बताई जा रही है.
कुल्लू की मणिकर्ण घाटी (Manikarn Valley of Kullu) के शांगना गांव का बुजुर्ग तीर्थ राम जब बुधवार सुबह उठा तो वह सुबह उसके लिए एक अनहोनी घटना लेकर आई थी. तीर्थ राम जब अपने कमरे से बाहर निकला तो उसने देखा कि बाहर जमकर बारिश हो रही है और साथ लगते ब्रह्म गंगा नाले में भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, लेकिन थोड़ी ही देर बाद जब लोगों का रुख उसके घर की ओर होने लगा तो वो परेशान हो गया. थोड़ी देर बाद ही उसे पता चला कि ब्रह्म गंगा नाले में बादल फटने (Cloud Burst In Brahmaganga Nala) के चलते उसका बेटा वीरेंद्र भी इसकी चपेट में आ गया है और उसका कोई पता नहीं चल पाया है.
सिसकते हुए बुजुर्ग तीर्थ राम ने बताया कि बहुत ही खुशी के साथ उसने 1 साल पहले ही अपने बेटे वीरेंद्र की शादी की थी और अब कुछ दिनों में ही उसकी पत्नी की भी डिलीवरी होने वाली है. अब ऐसे में वह इस तरह से उसकी पत्नी और परिवार को सहारा दे पाएंगे.
वहीं, यही हाल अपने बहू और पोते को खो चुके रोशन लाल का भी था. सुबह जब ब्रह्म गंगा नाले के किनारे अपने घर में ही सब सोए हुए थे, तो नाले में भयंकर हवा और आवाजें आने लगी. तभी परिवार के सभी लोग तुरंत अपने घर से बाहर निकले और सुरक्षित स्थानों की ओर जाने लगे. इस बीच उनकी बहू अपने 4 साल के बेटे निकुंज को लेकर सुरक्षित स्थान की ओर जा री थी. अपनी बहू और पोते को आता देख वह भी तुरंत उनकी मदद के लिए आगे बढ़े और उन्होंने अपनी बहू का हाथ थामना चाहा, लेकिन पल भर में पानी का सैलाब आया और उनकी बहू का हाथ उनके हाथ से छूट गया. इसी बीच पोते और बहू उनकी आखों के सामने पानी में बह गए.
यह नजारा देख मानो उनके दिल की धड़कन ही रुक गई. हालांकि उन्होंने भी अपने परिजनों के साथ मिलकर उन्हें तलाश करने की कोशिश की, लेकिन उनका अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है.
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ब्रह्म गंगा नाले में लगे प्रोजेक्ट में कार्यरत कर्मचारी अमित का कहना है कि सुबह जब वह ड्यूटी के लिए मौके पर पहुंचे तो वह पानी को देखकर थोड़ा संशय में पड़ गए. थोड़ी देर बाद ही पानी ने रौद्र रूप धारण कर लिया और पल भर में बाढ़ आ गई. अमित का कहना है कि बादल फटने (Cloud Burst) के बाद उन्होंने भी सीटियां बजानी शुरू की और चिल्ला कर लोगों को नदी नाले से दूर रहने के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया, लेकिन कैंपिंग साइट पलभर में ही तबाह (Camping Site Destroyed In An Instant) हो गई और 5 मिनट के भीतर ही पूरा नजारा बदल गया. कैंपिंग साइट (Camping Site) में रखा हुआ सारा सामान बाढ़ की चपेट में आ गया और वहां पर कुछ कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई.
वहीं, इस हादसे की सूचना मिलने के बाद कुल्लू से पूर्व विधायक महेश्वर सिंह (Former MLA Maheshwar Singh) भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी नुकसान का जायजा लिया. महेश्वर सिंह ने कहा कि ब्रह्म गंगा नाले में बाढ़ के चलते जान माल का भी नुकसान हुआ है. जिला प्रशासन लगातार लापता लोगों की तलाश कर रहा है. इस बारे में वह प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से भी अनुरोध करेंगे कि प्रभावित परिवारों को भी राहत दी जाए.
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग (Deputy Commissioner Kullu Ashutosh Garg) का कहना है कि लापता लोगों की तलाश में प्रशासन व रेस्क्यू टीम जुटी हुई है. नदी नालों का पानी उफान पर है. ऐसे में पर्यटक व स्थानीय लोग भी सावधानी बरतें. जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित परिवारों की हर संभव सहायता की जाएगी.
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