नई दिल्ली/गाजियाबाद: एक तरफ जहां पूरा देश होली का त्योहार मना रहा था तो वहीं कुछ गरीब मजदूर ऐसे हैं, जो मुफलिसी की वजह से अपने परिवारों से दूर रहने को मजबूर दिखे. गाजियाबाद के लाजपत नगर लेबर चौक पर खड़े मजदूरों ने बताया कि पैसे की तंगी की वजह से घर नहीं जा पाए. बता दें कि ये यही लेबर चौक है जहां मजदूर काम की तलाश में पहुंचते हैं.
लेबर चौक पर खड़े होने वाले मजदूर विशाल ने बताया कि वो बिहार के रहने वाले हैं. हाल ही में पत्नी की मौत हो गई थी, उसके बाद से ही गाजियाबाद में मजदूरी करते थे, लेकिन कोरोना काल में रोजगार छिन गया. होली पर मां ने घर बुलाया था, लेकिन जाने के लिए रुपये नहीं थे. इसलिए परिवार और मां से दूर रहने पर मजबूर हो गए.
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जाहिर है जहां पूरा देश होली का त्योहार काफी धूमधाम से मना रहा था, तो वहीं इन गरीब मजदूरों के पास अपने परिवार से मिलने तक के लिए पैसे नहीं हैं. ऐसे में इन्हें डर इस बात का सता रहा है कि अगर दोबारा कोरोना का खतरा बढ़ने से कोई मुसीबत आती है, तो इनका जीवन कैसे चलेगा?
होली के बाद भी नहीं मिल रहा काम
मजदूरों ने बताया कि ज्यादा काम नहीं मिल पा रहा है. इक्का-दुक्का लोग ही किसी काम के लिए आ रहे हैं और आगामी दिनों की चिंता सता रही है. अगर आगामी दिनों में कोरोना का संकट बढ़ता है, तो मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट बढ़ जाएगा. कुछ साल पहले घरों से नौकरी का सपना लेकर आए गरीब युवक मजदूर बन गए, लेकिन मजदूरी भी नहीं मिलेगी, यह किसी ने नहीं सोचा था.