नई दिल्लीः कृषि कानूनों (Agricultural Laws) की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) की गारंटी पर कानून की मांग को लेकर तकरीबन 6 महीने से अधिक से दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur border farmers protest) समेत राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है.
इसी बीच संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) के आह्वान पर आज देशभर में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाए जाने की घोषणा की गई है. संयुक्त किसान मोर्चा गाज़ीपुर बॉर्डर के प्रवक्ता किसान नेता जगतार सिंह बाजवा (Farmer leader Jagtar Singh Bajwa) ने बताया कि 5 जून को सभी क्षेत्रों में किसान मजदूर एकत्र होकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, विधायकों, सांसदों, मंत्रियों के घरों या दफ्तरों के सामने तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
साथ ही जिन क्षेत्रों में भाजपा के मंत्री, विधायक, सांसद नहीं होंगे वहां भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों के सामने कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई जाएंगी और अगर कार्यालय भी उस क्षेत्र में उपलब्ध ना हो, तो तहसील परिसर के सामने भी कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
'गाजीपुर बॉर्डर पर जलाएंगे प्रतियां'
किसान नेता जगतार सिंह बाजवा (Farmer leader Jagtar Singh Bajwa) ने बताया कि गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन स्थल पर भी तीनों काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर विरोध किया जाएगा. विरोध प्रदर्शन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. किसान आंदोलन में तेजी लाने के उद्देश्य से गाजीपुर बॉर्डर से किसान नेता उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर किसानों मजदूरों से संपर्क कर रहे हैं.
आंधी से हुआ भारी नुकसान
शुक्रवार शाम आई तेज आंधी से आंदोलन स्थल पर भारी नुकसान हुआ है. जगतार सिंह बाजवा ने बताया आंदोलन स्थल का मुख्य मंच गिर गया है. साथ ही आंदोलन स्थल के कई टेंट भी बेहद क्षति ग्रस्त हुए हैं.