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प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को रोका, प्रदर्शनकारियों ने यूपी गेट पर डाला डेरा - Rakesh Tikait

भारत सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने 11 लोगों के प्रतानिधिमंडल को दिल्ली भेजा है जो कि केंद्र सरकार के समक्ष अपनी तमाम मांगों को रखकर बातचीत करेगा. उधर प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं.

Farmers going to protest at Jantar Mantar were stopped Delhi UP border of ghaziabad
प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को रोका, प्रदर्शनकारियों ने यूपी गेट पर डाला डेरा
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Published : Sep 14, 2020, 8:53 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन ने जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन का ऐलान किया था. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसान कृषि अध्यादेशों के विरोध में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए कूच कर रहे थे, लेकिन किसानों को दिल्ली पुलिस ने यूपी गेट पर रोक दिया है. फिलहाल किसानों ने यूपी गेट पर डेरा डाल दिया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से बातचीत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत स्वयं यूपी गेट पर मौजूद हैं. सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस समेत आरएफ के जवान दिल्ली-यूपी बॉर्डर (यूपी गेट) पर तैनात किए गए हैं. साथ ही यूपी से दिल्ली की तरफ जाने वाले मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाकर पूरी तरह से बंद किया गया है.

11 लोगों का प्रतिनिधिमंडल गया दिल्ली

भारत सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने 11 लोगों के प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली भेजा है जो कि केंद्र सरकार के समक्ष अपनी तमाम मांगों को रखकर बातचीत करेगा. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक हमारी तमाम मांगों को नहीं माना जाता है, तब तक यूपी गेट परी किसान डेरा डाले रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमेशा से किसान क्रांति की आवाज यूपी गेट सी ही उठी है.

संघीय ढांचे का उल्लंघन

भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि देशभर का किसान इन अध्यादेशों को कृषि क्षेत्र में कंपनी राज के रूप में देख रहा है. कुछ राज्य सरकारों द्वारा भी इसको संघीय ढांचे का उल्लंघन मानते हुए वापस किए जाने की मांग की जा रही है. देश के अनेक हिस्सों में इसके विरोध में किसान आवाज उठा रहे हैं.


किन अध्यादेशों पर मचा है वबाल

  1. कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण दिवस) कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा पर करार अध्यादेश-2020
  2. कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (सर्वजन और सरलीकरण) अध्यादेश-2020.
  3. आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन अध्यादेश-2020.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: तीन कृषि अध्यादेशों के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन ने जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन का ऐलान किया था. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसान कृषि अध्यादेशों के विरोध में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए कूच कर रहे थे, लेकिन किसानों को दिल्ली पुलिस ने यूपी गेट पर रोक दिया है. फिलहाल किसानों ने यूपी गेट पर डेरा डाल दिया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से बातचीत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत स्वयं यूपी गेट पर मौजूद हैं. सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस समेत आरएफ के जवान दिल्ली-यूपी बॉर्डर (यूपी गेट) पर तैनात किए गए हैं. साथ ही यूपी से दिल्ली की तरफ जाने वाले मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाकर पूरी तरह से बंद किया गया है.

11 लोगों का प्रतिनिधिमंडल गया दिल्ली

भारत सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने 11 लोगों के प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली भेजा है जो कि केंद्र सरकार के समक्ष अपनी तमाम मांगों को रखकर बातचीत करेगा. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक हमारी तमाम मांगों को नहीं माना जाता है, तब तक यूपी गेट परी किसान डेरा डाले रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमेशा से किसान क्रांति की आवाज यूपी गेट सी ही उठी है.

संघीय ढांचे का उल्लंघन

भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि देशभर का किसान इन अध्यादेशों को कृषि क्षेत्र में कंपनी राज के रूप में देख रहा है. कुछ राज्य सरकारों द्वारा भी इसको संघीय ढांचे का उल्लंघन मानते हुए वापस किए जाने की मांग की जा रही है. देश के अनेक हिस्सों में इसके विरोध में किसान आवाज उठा रहे हैं.


किन अध्यादेशों पर मचा है वबाल

  1. कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण दिवस) कीमत आश्वासन एवं कृषि सेवा पर करार अध्यादेश-2020
  2. कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (सर्वजन और सरलीकरण) अध्यादेश-2020.
  3. आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन अध्यादेश-2020.

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