नई दिल्ली/गाजियाबाद: इस बार मानसून के दिनों में जहां एक ओर दिल्ली-एनसीआर में लोगों को बरसात की वजह से जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में ना के बराबर वर्षा हो रही है. जिसकी वजह से इन दिनों धान, ज्वार और गन्ने की खेती करने वाले किसानों को सूखे की समस्या से जूझना पड़ रहा है.
5-6 घंटे मिलती बिजली
ईटीवी भारत को गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित रावली गांव निवासी किसान राजेश कुमार त्यागी ने बताया कि इस बार मानसून में बरसात ना होने से वह सूखे की समस्या से ग्रस्त हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार ने उनको 10 घंटे बिजली देने की घोषणा की हुई है. जिसमें उनको सिर्फ 5 से 6 घंटे बिजली मिलती है. उनको सही बिजली मिले तो वह फसलों को पानी दे पाएंगे.
आवारा पशुओं से हैं परेशान
राजेश कुमार त्यागी ने बताया कि उन्होंने इस समय धान, ज्वार और कुछ गन्ने की फसल बोई हुई है. लेकिन वह आवारा जानवरों से इतने परेशान हैं कि वह उनकी फसल को बर्बाद कर देते हैं. क्योंकि इन आवारा पशुओं को लोग इसलिए छोड़ देते हैं क्योंकि वह दूध देना बंद कर देते हैं. लेकिन यह आवारा पशु किसानों के लिए समस्या खड़ी कर देते हैं.
किसान ने बताया कि वह फसल की बुवाई कर्जा लेकर करते हैं. जिसमें उनको नुकसान उठाना पड़ता है. आवारा जानवर उनकी अब तक 4 बीघा फसल बर्बाद कर चुके हैं. इसलिए वह सरकार से गुहार लगाते हैं कि उनको आवारा पशुओं से निजात दिलाने के साथ ही 10 घंटे बिजली मुहैया कराई जाए.