नई दिल्ली: सोमवार को मेरठ के सैदपुर गांव से किसानों ने पदयात्रा शुरू की थी. पदयात्रा कल शाम का गाजियाबाद के गोविंदपुरम अनाज मंडी पहुंची. किसानों ने अनाज मंडी पर ही डेरा डाल रखा है. अपनी मांगों को लेकर भारी संख्या में किसान अनाज मंडी पर एकत्रित हो रहे हैं. साथ ही किसानों को भारतीय किसान यूनियन (बलराज) का भी समर्थन मिला है.
25 गांवों के किसान कर रहे हैं मांग
किसानों का कहना है कि एनएच-9 दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे बनने के दौरान मेरठ और गाजियाबाद के 25 गांव हैं. इनकी भूमि का अधिग्रहण हुआ, लेकिन सरकार द्वारा मुआवजे की दर अलग-अलग दी गई. किसानों का कहना है कि सभी को एक समान मुआवजा मिलना चाहिए. साथ ही सर्विस रोड का भी निस्तारण किया जाना चाहिए. पिछले एक साल से 25 गांवों के किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन ही मिलता है.
प्रतिनिधिमंडल कर रहा बातचीत
किसानों की आज जिला मुख्यालय का घेराव करने की योजना थी. अनाज मंडी पर किसानों के इकट्ठा होने के बाद कल शाम एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह ने वहां पहुंचकर किसानों से बातचीत की और किसानों को जिला प्रशासन से बातचीत करने के लिए तैयार किया. आज किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला मुख्यालय पहुंचा है और प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर अपनी मांगे जिला प्रशासन के समक्ष रख रहा है.
किसानों का साफ कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो वह जिला मुख्यालय की तरफ कूच करेंगे और जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे. साथ ही किसानों ने जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की भी बात कही है.