नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर पर शाम के समय में हजारों की संख्या में किसान एकत्रित हुए और पुलवामा हमले के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान गाजीपुर बॉर्डर मोमबत्ती की रोशनी से पूरी तरह से सराबोर हो गया. गाजीपुर बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड से कैंडल मार्च की शुरुआत की गई और नेशनल हाईवे 9 पर स्थित मंच के पास तक कैंडल मार्च निकाला गया. किसानों का कहना है कि हमारे जवानों की शहादत को देश कभी नहीं भूल सकता है.
किसानों ने इस दौरान 'जय जवान जय किसान' के नारे लगाए. वहीं माहौल पूरी तरह से देश भक्ति के रंग में रंगा हुआ दिखाई दिया. किसानों के हाथ में भारतीय तिरंगा भी था. किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि उन किसानों को भी यहां श्रद्धांजलि दी गई है, जो आंदोलन के दौरान मारे गए हैं. उन्हें शहीदों का दर्जा दिया जाना चाहिए.
किसानों ने यह भी साफ किया है कि गाजीपुर बॉर्डर पर शाम के समय एकत्रित हुई भीड़ को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है, कि किसान यहां से कहीं नहीं गए हैं. दिन के समय गर्मी होने की वजह से वह अपने टेंट या छांव वाली जगह पर मौजूद रहते हैं.
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दिन में जवानों ने संभाला था मंच
दिल्ली यूपी बॉर्डर यानी गाजीपुर बॉर्डर पर दिनभर माहौल देशभक्ति के रंग में रंगा हुआ दिखाई दिया क्योंकि दिन के समय किसानों के मंच को पूर्व सैनिकों ने संभाला था. किसानों ने आज पूरे दिन मंच से वक्ता के रूप में जवानों को सुना और शाम को पुलवामा के जवानों की शहादत को सलाम करने के साथ-साथ उन्हें नमन किया.