नई दिल्ली/गाजियाबाद: किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर हल चलाकर खेती शुरू कर दी है. हल चलाने के लिए बाकायदा भैंसा भी मंगवाया गया है. राकेश टिकैत का कहना है कि वे यहां जौ की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा बॉर्डर के पास ग्रीन बेल्ट पर उन्होंने एक बड़ा गड्ढा भी खुदवा दिया, जिसमें तिरंगा झंडा लगाया जाएगा. उनका कहना है कि सरकार ने जिस जगह पर कीलें लगवाई थीं, उस जगह पर वे जौ की बुवाई कर रहे हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर चलाया हल, कल रेल रोको आंदोलन - गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने चलाया हल
किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर हल चलाकर खेती शुरू कर दी है. हल चलाने के लिए बाकायदा भैंसा भी मंगवाया गया है.
राकेश टिकैत ने चलाया हल
नई दिल्ली/गाजियाबाद: किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर हल चलाकर खेती शुरू कर दी है. हल चलाने के लिए बाकायदा भैंसा भी मंगवाया गया है. राकेश टिकैत का कहना है कि वे यहां जौ की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा बॉर्डर के पास ग्रीन बेल्ट पर उन्होंने एक बड़ा गड्ढा भी खुदवा दिया, जिसमें तिरंगा झंडा लगाया जाएगा. उनका कहना है कि सरकार ने जिस जगह पर कीलें लगवाई थीं, उस जगह पर वे जौ की बुवाई कर रहे हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस दौरान बातचीत करते हुए कहा कि रेल रोको आंदोलन का आह्वान संयुक्त किसान मोर्चा कर रहा है और वह सभी जगह होगा. इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. सभी गांवों में दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. रेल रोको आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा. उन्होंने यह भी बताया था कि रेल पर माल्यार्पण भी किया जाएगा और रेल के यात्रियों को फूल भेंट किए जाएंगे.
'हल से ही निकलेगा हल'
राकेश टिकैत यह बात कई बार कह चुके हैं कि मामले का हल किसानों द्वारा 'हल' चलाने पर ही निकलेगा. उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा था कि किसान बॉर्डर पर 'हल' लेकर खेती करना शुरू कर देगा. जाहिर है इसके माध्यम से वह दिखाना चाहते हैं कि आंदोलन अभी लंबा चलेगा और जब तक कोई समाधान नहीं निकलेगा तब तक किसान अपने 'हल' के साथ बॉर्डर पर मौजूद रहेगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस दौरान बातचीत करते हुए कहा कि रेल रोको आंदोलन का आह्वान संयुक्त किसान मोर्चा कर रहा है और वह सभी जगह होगा. इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है. सभी गांवों में दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. रेल रोको आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा. उन्होंने यह भी बताया था कि रेल पर माल्यार्पण भी किया जाएगा और रेल के यात्रियों को फूल भेंट किए जाएंगे.
'हल से ही निकलेगा हल'
राकेश टिकैत यह बात कई बार कह चुके हैं कि मामले का हल किसानों द्वारा 'हल' चलाने पर ही निकलेगा. उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा था कि किसान बॉर्डर पर 'हल' लेकर खेती करना शुरू कर देगा. जाहिर है इसके माध्यम से वह दिखाना चाहते हैं कि आंदोलन अभी लंबा चलेगा और जब तक कोई समाधान नहीं निकलेगा तब तक किसान अपने 'हल' के साथ बॉर्डर पर मौजूद रहेगा.
Last Updated : Feb 17, 2021, 6:57 PM IST