नई दिल्ली/गाजियाबाद: महिला दिवस के मौके पर आज हम आपको एक ऐसी महिला से मिलवाते हैं, जो दिल्ली एनसीआर की सड़कों पर टैक्सी चलाती हैं. इनकी वजह से दूसरी महिलाएं भी खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं. इनका नाम है मनु मलिक. मनु मलिक ईटीवी भारत की टीम को गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में मिलीं.
6 साल की उम्र में ही पिता का हुआ निधन
उन्होंने बताया कि 6 साल की उम्र में उनके पिता का निधन हो गया था. मूल रूप से मनु मलिक वेस्ट बंगाल की रहने वाली हैं. पिता के निधन के बाद उन्होंने जीवन में काफी संघर्ष देखा और अपनी मां को भी संभालने का निर्णय लिया. इसके बाद वह मां के साथ दिल्ली आ गईं. यहां पर शुरू में मां के सहयोग से जीवन बिताना शुरू किया, लेकिन वक्त के साथ कुछ बड़ा करने की ठानी.
शौक को मेहनत से बनाया प्रोफेशन
गाड़ी चलाना उनका शौक था, लेकिन उसे खरीदने के लिए रुपये नहीं थे. अंकल - आंटी की मदद से उन्होंने जीवन में आगे बढ़ने की कोशिश शुरू की. इसके बाद उन्होंने रियलिटी शो में भी हिस्सा लिया. मनु एक अच्छी कुक भी हैं और इसी माध्यम से उन्होंने कुछ रुपये जमा करके गाड़ी खरीदी. इसी गाड़ी को आज वो बतौर टैक्सी चलाती हैं.
'मनु की टैक्सी में खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं'
उनकी टैक्सी में बैठना हर कोई पसंद करता है और महिलाएं उनकी टैक्सी में खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं. मनु ने बताया एक बार जो महिला उनकी टैक्सी में बैठ जाती है, वह कहती है कि मैं बार-बार आपकी टैक्सी में ही बैठना चाहती हूं. अपने कई अन्य एक्सपीरियंस भी उन्होंने ईटीवी भारत के साथ शेयर किये. उन्होंने कहा कि दिल में जज्बा होना चाहिए, तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं है.
उन्होंने महिला दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी.