नई दिल्ली/ गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में पहले चरण के विधानसभा चुनाव होने में तकरीबन तीन हफ्ते का वक़्त बाकी है. पहले चरण में गाजियाबाद की पांचों विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा है. विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सुनील शर्मा साहिबाबाद से चुनाव लड़े और भारी वोटों से जीते थे. सुनील शर्मा पर भरोसा जताते हुए भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें साहिबाबाद से एक बार फिर उम्मीदवार बनाया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में साहिबाबाद विधानसभा से भाजपा विधायक और प्रत्याशी सुनील शर्मा ने बताया साहिबाबाद में तीन मुद्दों पर चुनाव मैदान में उतरेंगे. विकास, सुशासन और आस्थाओं का सम्मान. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पांच वर्षों के कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक विकास कार्य हुए हैं.
साहिबाबाद विधानसभा में तकरीबन दो हज़ार किलोमीटर की सड़कें हैं. आज 95% सड़कें गड्ढा मुक्त है. विधानसभा में तकरीबन पांच हज़ार पार्क है. सभी पार्कों का सौंदर्यकरण कर हालत सुधारी गई है. साहिबाबाद विधानसभा के सरकारी स्कूलों में आज बच्चे जमीन पर नहीं बैठते हैं. सभी सरकारी स्कूलों में फर्नीचर की व्यवस्था की गई है. विधानसभा वासियों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए तीन अंडरपास और पांच फ्लाईओवर बनाए गए हैं.
भाजपा प्रत्याशी सुनील शर्मा का कहना है पांच साल में हुए विकास कार्यों से साहिबाबाद विधानसभा की जनता बेहद खुश है और आने वाले चुनावों को लेकर जनता में उत्साह है. सुनील शर्मा ने कहा कि मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि पिछली बार के चुनाव के मुकाबले इस बार और अधिक मतों से चुनाव जीतेंगे.
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एक तरफ विधायक सुनील शर्मा विकास के तमाम दावे कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ लंबे समय से साहिबाबाद विधानसभा में सरकारी अस्पताल की मांग उठ रही है. बीते पांच सालों के दौरान अस्पताल बनाने की मांग ने काफी रफ्तार पकड़ी है और अब होने वाले विधानसभा चुनावों में साहिबाबाद में सरकारी अस्पताल एक बड़ा मुद्दा है. विधायक ने कहा अस्पताल का प्रस्ताव बनाकर नगर निगम द्वारा शासन को भेजा जा चुका है. प्रदेश में भाजपा की एक बार फिर सरकार बनने जा रही है सरकार बनने के बाद तुरंत अस्पताल बनने का काम शुरू करवा दिया जाएगा. अस्पताल में हुई देरी का कारण कोविड रहा.
जब सुनील शर्मा से यह सवाल किया गया कि आगामी विधानसभा चुनावों में आप अपनी चुनावी टक्कर किस प्रत्याशी से मानते हैं तो उनका कहना था कि 2017 विधानसभा चुनाव में 62% वोट मिला था. 2022 विधानसभा चुनाव में सपा बाद विधानसभा से तकरीबन 65% वोट मिलने की उम्मीद है. विधायक का कहना है कि हमारी सरकार ने काम किया है जिसका परिणाम चुनाव के नतीजों में देखने को मिलेगा. चुनाव प्रचार को लेकर विधायक ने कहा कि मौजूदा समय में कोरोनावायरस के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. ऐसे में कोरोना प्रोटोकोल का पूरी तरह से पालन करते हुए जनसंपर्क किया जा रहा है. भाजपा के कार्यकर्ता बूथ स्तर पर काम कर रहे हैं. बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं द्वारा जनसंपर्क किया जा रहा है. पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं.
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