नई दिल्ली/गाजियाबाद: लाॅकडाउन के तीन लंबे चरणों के बाद लाॅकडाउन का चौथा चरण तमाम तरह की राहतें लेकर आया, जिसमें औद्योगिक, निर्माण, और कुछ शर्तों के साथ ऑफिस, फैक्ट्री, को खोलने के निर्देश दे दिए हैं. ऐसे में कपड़ों की धुलाई करने वाले धोबियों को उम्मीद थी कि लाॅकडाउन के चौथे चरण में उनको कुछ रोजगार मिल जाएगा. लेकिन इसके बावजूद मुरादनगर गंग नहर के धोबी घाट अभी तक वीरान पड़े हुए हैं.
ईटीवी भारत की टीम ने लाॅकडाउन के चौथे चरण के तीसरे दिन मुरादनगर गंग नहर पर बने धोबी घाट पर जाकर देखा, तो वहां पर किसी भी तरीके से कपड़ों की धुलाई नहीं हो रही थी. चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था और धोबी घाट वीरान पड़े हुए थे. अगर बात की जाए आमतौर पर तो इन्हीं धोबी घाट पर सुबह से शाम तक कपड़ों की धुलाई होती रहती थी, जिसके चलते घाट पर धोबियों का जमावड़ा लगा रहता था.
धोबियों की लगी रहती थी भीड़
ईटीवी भारत को स्थानीय निवासी रोहित ने बताया कि आम दिनों में यहां पर धोबियों की काफी भीड़ होती थी और चारों और पेड़ों पर कपड़े सुखाए जाते थे, लेकिन लाॅकडाउन के बाद से यहां पर धोबियों ने आना बंद कर दिया है.