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24 साल सपा में रहे पंडित जी, टिकट नहीं मिला तो ओवैसी की पार्टी से लड़ रहे चुनाव - पंडित मनमोहन झा साहिबाबाद

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में साहिबाबाद से AIMIM प्रत्याशी पंडित मनमोहन झा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इससे पूर्व पंडित मनमोहन झा कई वर्षों तक समाजवादी पार्टी से जुड़े थे, जिसके बाद हाल ही में उन्होंने सपा का दामन छोड़ AIMIM का हाथ थाम लिया है. उनका दावा है कि आगामी विधानसभा चुनावों में वे साहिबाबाद से भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे.

24 साल समाजवादी पार्टी में रहे पंडित जी
24 साल समाजवादी पार्टी में रहे पंडित जी
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Published : Jan 19, 2022, 2:51 PM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे ही चुनावी हलचल में भी तेजी आ रही है. एक तरफ नेता नाराज होकर पार्टियां बदल रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ अपने बेहतर राजनीतिक भविष्य की तलाश में एक दल को छोड़ नेता दूसरे दल में शामिल हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश की विधानसभा साहिबाबाद से भारतीय जनता पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक सुनील शर्मा को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि समाजवादी पार्टी ने अमरपाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. साहिबाबाद विधानसभा का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है क्योंकि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने पंडित मनमोहन झा उर्फ गामा को साहिबाबाद विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया है.

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के साहिबाबाद विधानसभा से प्रत्याशी पंडित मनमोहन झा गामा इन दिनों चर्चा में है. दरअसल हाल ही में पंडित मनमोहन गामा ने ओवैसी की AIMIM का दामन थामा और दामन थामने के चंद दिन बाद ही AIMIM गामा को साहिबाबाद विधानसभा से चुनावी मैदान में उतार दिया. मनमोहन गामा समाजवादी पार्टी छोड़कर ओवैसी की पार्टी में शामिल हुए थे.

24 साल समाजवादी पार्टी में रहे पंडित जी
हाल ही में मनमोहन गामा ने समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिख पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. मनमोहन गामा बताते है उन्होंने 1998 से वार्ड उपाध्यक्ष का सफल सफर तय करते हुए समाजवादी पार्टी के विभिन्न पदों पर रह पार्टी की तन मन धन से सेवा की. पार्टी की नीतियों को जन जन पहुचाने का प्रयास किया और पार्टी द्वारा निर्देशित कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. कई बार जेल गए. गामा ने बताया उन्होंने साहिबाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी में आवेदन किया था, लेकिन उनके आवेदन को पार्टी ने गंभीरता से नहीं लिया. जिसके बाद उन्होंने जिला उपाध्यक्ष और प्रभारी साहिबाबाद पद से त्यागपत्र पार्टी को भेज दिया.
समाजवादी पार्टी के साहिबाबाद प्रत्याशी की घोषणा के बाद मनमोहन गामा का पार्टी छोड़ना और AIMIM का दामन थाम चुनाव लड़ना साफ संकेत देता है कहीं ना कहीं सपा से टिकट ना मिलने के चलते मनमोहन गामा ने सपा को अलविदा कह दिया. हालांकि मनमोहन गामा इससे पूरी तरह इंकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने के पीछे कारण टिकट ना मिलना नहीं है. AIMIM ज्वाइन करने के बाद मनमोहन गामा दावा कर रहे हैं कि साहिबाबाद विधानसभा से वह भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे. साथ ही साहिबाबाद समेत जिले की 4 विधानसभा सीटों से एमएम जीत दर्ज करेगी. गामा का कहना है कि साहिबाबाद विधानसभा से उनकी टक्कर में कोई प्रत्याशी नहीं है भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे.
गामा का कहना है कि साहिबाबाद विधानसभा में पूर्वांचल और बिहार के लोग केवल वोट देने के लिए नहीं बने हैं. उनके पास जनप्रतिनिधि बनने का भी विकल्प है. चुनावों से पहले मनमोहन गामा ने चुनावी नारा भी तैयार कर लिया है. चुनावी नारा है, " राजतिलक की करो तैयारी, आ रहा है AIMIM का सिपाही, गामा बिहारी.


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नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे ही चुनावी हलचल में भी तेजी आ रही है. एक तरफ नेता नाराज होकर पार्टियां बदल रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ अपने बेहतर राजनीतिक भविष्य की तलाश में एक दल को छोड़ नेता दूसरे दल में शामिल हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश की विधानसभा साहिबाबाद से भारतीय जनता पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक सुनील शर्मा को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि समाजवादी पार्टी ने अमरपाल शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. साहिबाबाद विधानसभा का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है क्योंकि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) ने पंडित मनमोहन झा उर्फ गामा को साहिबाबाद विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया है.

असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के साहिबाबाद विधानसभा से प्रत्याशी पंडित मनमोहन झा गामा इन दिनों चर्चा में है. दरअसल हाल ही में पंडित मनमोहन गामा ने ओवैसी की AIMIM का दामन थामा और दामन थामने के चंद दिन बाद ही AIMIM गामा को साहिबाबाद विधानसभा से चुनावी मैदान में उतार दिया. मनमोहन गामा समाजवादी पार्टी छोड़कर ओवैसी की पार्टी में शामिल हुए थे.

24 साल समाजवादी पार्टी में रहे पंडित जी
हाल ही में मनमोहन गामा ने समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिख पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. मनमोहन गामा बताते है उन्होंने 1998 से वार्ड उपाध्यक्ष का सफल सफर तय करते हुए समाजवादी पार्टी के विभिन्न पदों पर रह पार्टी की तन मन धन से सेवा की. पार्टी की नीतियों को जन जन पहुचाने का प्रयास किया और पार्टी द्वारा निर्देशित कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. कई बार जेल गए. गामा ने बताया उन्होंने साहिबाबाद विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए समाजवादी पार्टी में आवेदन किया था, लेकिन उनके आवेदन को पार्टी ने गंभीरता से नहीं लिया. जिसके बाद उन्होंने जिला उपाध्यक्ष और प्रभारी साहिबाबाद पद से त्यागपत्र पार्टी को भेज दिया.
समाजवादी पार्टी के साहिबाबाद प्रत्याशी की घोषणा के बाद मनमोहन गामा का पार्टी छोड़ना और AIMIM का दामन थाम चुनाव लड़ना साफ संकेत देता है कहीं ना कहीं सपा से टिकट ना मिलने के चलते मनमोहन गामा ने सपा को अलविदा कह दिया. हालांकि मनमोहन गामा इससे पूरी तरह इंकार कर रहे हैं. उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देने के पीछे कारण टिकट ना मिलना नहीं है. AIMIM ज्वाइन करने के बाद मनमोहन गामा दावा कर रहे हैं कि साहिबाबाद विधानसभा से वह भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे. साथ ही साहिबाबाद समेत जिले की 4 विधानसभा सीटों से एमएम जीत दर्ज करेगी. गामा का कहना है कि साहिबाबाद विधानसभा से उनकी टक्कर में कोई प्रत्याशी नहीं है भारी मतों से जीत दर्ज करेंगे.
गामा का कहना है कि साहिबाबाद विधानसभा में पूर्वांचल और बिहार के लोग केवल वोट देने के लिए नहीं बने हैं. उनके पास जनप्रतिनिधि बनने का भी विकल्प है. चुनावों से पहले मनमोहन गामा ने चुनावी नारा भी तैयार कर लिया है. चुनावी नारा है, " राजतिलक की करो तैयारी, आ रहा है AIMIM का सिपाही, गामा बिहारी.


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