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गाजियाबाद: प्रदूषण से जनता बेहाल, EPCA ने निर्माण कार्य पर लगाई रोक

गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से लोग बेहाल हैं. जिसके चलते बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ईपीसीए ने 5 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाई है.

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Published : Nov 2, 2019, 3:36 AM IST

बढ़ते प्रदूषण से जनता बेहाल

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. इसे लेकर ईपीसीए ने 5 नवंबर तक किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है.

गाजियाबाद में भी लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से लोग बेहाल हैं. हालात यह हैं कि लोग मास्क लगाकर या मुंह ढककर घर से बाहर निकल रहे हैं. इसके चलते लोग आंखों में जलन, सिरदर्द और गले में खराश आदि की परेशानी महसूस कर रहे हैं.

बढ़ते प्रदूषण से जनता बेहाल

इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं. नगर निगम की गाड़ियों से सड़कों पर पानी की बौछार कराई जा रही है. यहां तक कि फायर ब्रिगेड की टीम भी पानी के छिड़काव में जुटी है.

निर्माण कार्य पर लगाई गई रोक
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ईपीसीए ने 5 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाई है ताकि प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके. बाकायदा अधिकारियों को इसका सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं.

हालांकि इसके बावजूद गाजियाबाद में कई स्थानों पर खुले में बिल्डिंग मटेरियल रखा गया है और इमारतों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है. इसे लेकर ईपीसीए ने 5 नवंबर तक किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है.

गाजियाबाद में भी लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से लोग बेहाल हैं. हालात यह हैं कि लोग मास्क लगाकर या मुंह ढककर घर से बाहर निकल रहे हैं. इसके चलते लोग आंखों में जलन, सिरदर्द और गले में खराश आदि की परेशानी महसूस कर रहे हैं.

बढ़ते प्रदूषण से जनता बेहाल

इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं. नगर निगम की गाड़ियों से सड़कों पर पानी की बौछार कराई जा रही है. यहां तक कि फायर ब्रिगेड की टीम भी पानी के छिड़काव में जुटी है.

निर्माण कार्य पर लगाई गई रोक
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ईपीसीए ने 5 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाई है ताकि प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके. बाकायदा अधिकारियों को इसका सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं.

हालांकि इसके बावजूद गाजियाबाद में कई स्थानों पर खुले में बिल्डिंग मटेरियल रखा गया है और इमारतों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है.

Intro:दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर ईपीसीए ने 5 नवंबर तक किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है।

गाज़ियाबाद में भी लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से लोग बेहाल हैं। हालात यह हैं लोग मास्क लगाकर या मुह ढककर घर से बाहर निकल रहे हैं। बाहर तो बाहर घरों में भी लोग प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। इसके चलते लोग आंखों में जलन, सिरदर्द व गले में खराश आदि की परेशानी महसूस कर रहे हैं।

इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं। नगर निगम की गाड़ियों से सड़कों पर पानी की बौछार कराई जा रही है। यहां तक कि फायर ब्रिगेड की टीम भी पानी के छिड़काव में जुटी है।

बढ़ते प्रदूषण के देखते हुए ईपीसीए ने 5 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाई है ताकि प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके। बाकायदा अधिकारियों को इसका सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद गाज़ियाबाद में कई स्थानों पर खुले में बिल्डिंग मटेरियल रखा गया है और इमारतों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

बाईट - स्थानीय निवासी

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बाईट - स्थानीय निवासीBody:दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर ईपीसीए ने 5 नवंबर तक किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है।

गाज़ियाबाद में भी लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से लोग बेहाल हैं। हालात यह हैं लोग मास्क लगाकर या मुह ढककर घर से बाहर निकल रहे हैं। बाहर तो बाहर घरों में भी लोग प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। इसके चलते लोग आंखों में जलन, सिरदर्द व गले में खराश आदि की परेशानी महसूस कर रहे हैं।

इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं। नगर निगम की गाड़ियों से सड़कों पर पानी की बौछार कराई जा रही है। यहां तक कि फायर ब्रिगेड की टीम भी पानी के छिड़काव में जुटी है।

बढ़ते प्रदूषण के देखते हुए ईपीसीए ने 5 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाई है ताकि प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके। बाकायदा अधिकारियों को इसका सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद गाज़ियाबाद में कई स्थानों पर खुले में बिल्डिंग मटेरियल रखा गया है और इमारतों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

बाईट - स्थानीय निवासी

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बाईट - स्थानीय निवासीConclusion:दिल्ली एनसीआर में लगातार प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर ईपीसीए ने 5 नवंबर तक किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी है।

गाज़ियाबाद में भी लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से लोग बेहाल हैं। हालात यह हैं लोग मास्क लगाकर या मुह ढककर घर से बाहर निकल रहे हैं। बाहर तो बाहर घरों में भी लोग प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। इसके चलते लोग आंखों में जलन, सिरदर्द व गले में खराश आदि की परेशानी महसूस कर रहे हैं।

इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारी तमाम तरह के उपाय कर रहे हैं। नगर निगम की गाड़ियों से सड़कों पर पानी की बौछार कराई जा रही है। यहां तक कि फायर ब्रिगेड की टीम भी पानी के छिड़काव में जुटी है।

बढ़ते प्रदूषण के देखते हुए ईपीसीए ने 5 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर रोक लगाई है ताकि प्रदूषण पर रोक लगाई जा सके। बाकायदा अधिकारियों को इसका सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इसके बावजूद गाज़ियाबाद में कई स्थानों पर खुले में बिल्डिंग मटेरियल रखा गया है और इमारतों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

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