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बेटा BJP का सांसद, फिर भगवा पार्टी के खिलाफ क्यों चुनाव लड़ रही देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ?

भारत की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हरियाणा की हिसार सीट से बीजेपी के कमल गुप्ता को चुनौती दे रही हैं.

सावित्री जिंदल
सावित्री जिंदल (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 8, 2024, 12:10 PM IST

नई दिल्ली: भारत की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हरियाणा में हिसार के लोगों की आवाज विधानसभा में उठाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरीं, जो फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ आगे चल रही हैं. बीजेपी के कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल की मां का मुकाबला वरिष्ठ बीजेपी नेता और मौजूदा विधायक कमल गुप्ता से है.

जिंदल समूह की चेयरपर्सन ने बीजेपी का टिकट न मिलने के बाद हिसार से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. जिंदल ने अपने नामांकन की घोषणा के बाद समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था, "हिसार के लोग मेरा परिवार हैं और यही लोग चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं," उन्होंने कहा कि अगर वह निर्वाचित होती हैं तो विधानसभा में अपने मतदाताओं की आवाजं को मजबूती से उठाएंगी.

सावित्री जिंदल पांचवीं सबसे अमीर भारतीय
28 सितंबर को जारी ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 36.3 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ सावित्री जिंदल पांचवीं सबसे अमीर भारतीय हैं. वह देश की सबसे अमीर महिला हैं और भारत के टॉप 10 सबसे अमीर व्यक्तियों में एकमात्र महिला अरबपति भी हैं. 2005 में अपने पति ओम प्रकाश जिंदल की मृत्यु के बाद सावित्री जिंदल ने समूह की बागडोर संभाली, जो स्टील प्रोडक्शन, बिजली उत्पादन, खनन और बंदरगाह सुविधाओं में शामिल है.

भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण सहित कई पुरस्कारों हासिल करने वाली सावित्री जिंदल की उपलब्धियां दुनिया भर में महिला उद्यमियों और व्यापारिक नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. 74 वर्षीय सावित्री जिंदल पहले ही दो बार विधायक के रूप में हिसार निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं.

2005 में कांग्रेस के टिकट पर लड़ा चुनाव
उन्होंने पहली बार 2005 में कांग्रेस विधायक के रूप में हरियाणा विधानसभा में हिसार का प्रतिनिधित्व किया और 2009 में फिर से चुनी गईं, बाद में भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में मंत्री बनीं. कांग्रेस के साथ लगभग दो दशकों के बाद, सावित्री जिंदल अपने बेटे नवीन जिंदल के नक्शेकदम पर चलते हुए मार्च में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं.

सितंबर में नामांकन दाखिल करने के बाद जिंदल ने कहा, "मैंने हिसार के विकास और बदलाव के लिए सेवा करने का संकल्प लिया है. हिसार के लोग मेरा परिवार हैं और ओम प्रकाश जिंदल जी ने इस परिवार से मेरा रिश्ता जोड़ा था." उन्होंने कहा, "जिंदल परिवार ने हमेशा हिसार की सेवा की है. मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने और उनका भरोसा बनाए रखने के लिए पूरी तरह समर्पित हूं."

बीजेपी के कमल गुप्ता से मुकाबला
दूसरी ओर सावित्री जिंदल के प्रतिद्वंद्वी कमल गुप्ता दिसंबर 2021 से शहरी विकास और आवास मंत्री के रूप में कार्यरत हैं. पंजाब में जन्मे गुप्ता पेशे से डॉक्टर भी हैं. वह 2014 और 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में हिसार से हरियाणा विधानसभा के लिए चुने गए थे. हिसार विधानसभा क्षेत्र हरियाणा का एक प्रमुख विधानसभा क्षेत्र हिसार, हिसार तहसील को कवर करता है और हिसार लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.

यह भी पढ़े- हरियाणा चुनाव परिणाम: सत्ता विरोधी लहर के बावजूद ट्रेंड में क्यों पिछड़ रही कांग्रेस ?

नई दिल्ली: भारत की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हरियाणा में हिसार के लोगों की आवाज विधानसभा में उठाने के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरीं, जो फिलहाल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ आगे चल रही हैं. बीजेपी के कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल की मां का मुकाबला वरिष्ठ बीजेपी नेता और मौजूदा विधायक कमल गुप्ता से है.

जिंदल समूह की चेयरपर्सन ने बीजेपी का टिकट न मिलने के बाद हिसार से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया. जिंदल ने अपने नामांकन की घोषणा के बाद समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा था, "हिसार के लोग मेरा परिवार हैं और यही लोग चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं," उन्होंने कहा कि अगर वह निर्वाचित होती हैं तो विधानसभा में अपने मतदाताओं की आवाजं को मजबूती से उठाएंगी.

सावित्री जिंदल पांचवीं सबसे अमीर भारतीय
28 सितंबर को जारी ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार 36.3 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ सावित्री जिंदल पांचवीं सबसे अमीर भारतीय हैं. वह देश की सबसे अमीर महिला हैं और भारत के टॉप 10 सबसे अमीर व्यक्तियों में एकमात्र महिला अरबपति भी हैं. 2005 में अपने पति ओम प्रकाश जिंदल की मृत्यु के बाद सावित्री जिंदल ने समूह की बागडोर संभाली, जो स्टील प्रोडक्शन, बिजली उत्पादन, खनन और बंदरगाह सुविधाओं में शामिल है.

भारत के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण सहित कई पुरस्कारों हासिल करने वाली सावित्री जिंदल की उपलब्धियां दुनिया भर में महिला उद्यमियों और व्यापारिक नेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. 74 वर्षीय सावित्री जिंदल पहले ही दो बार विधायक के रूप में हिसार निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं.

2005 में कांग्रेस के टिकट पर लड़ा चुनाव
उन्होंने पहली बार 2005 में कांग्रेस विधायक के रूप में हरियाणा विधानसभा में हिसार का प्रतिनिधित्व किया और 2009 में फिर से चुनी गईं, बाद में भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में मंत्री बनीं. कांग्रेस के साथ लगभग दो दशकों के बाद, सावित्री जिंदल अपने बेटे नवीन जिंदल के नक्शेकदम पर चलते हुए मार्च में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं.

सितंबर में नामांकन दाखिल करने के बाद जिंदल ने कहा, "मैंने हिसार के विकास और बदलाव के लिए सेवा करने का संकल्प लिया है. हिसार के लोग मेरा परिवार हैं और ओम प्रकाश जिंदल जी ने इस परिवार से मेरा रिश्ता जोड़ा था." उन्होंने कहा, "जिंदल परिवार ने हमेशा हिसार की सेवा की है. मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने और उनका भरोसा बनाए रखने के लिए पूरी तरह समर्पित हूं."

बीजेपी के कमल गुप्ता से मुकाबला
दूसरी ओर सावित्री जिंदल के प्रतिद्वंद्वी कमल गुप्ता दिसंबर 2021 से शहरी विकास और आवास मंत्री के रूप में कार्यरत हैं. पंजाब में जन्मे गुप्ता पेशे से डॉक्टर भी हैं. वह 2014 और 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में हिसार से हरियाणा विधानसभा के लिए चुने गए थे. हिसार विधानसभा क्षेत्र हरियाणा का एक प्रमुख विधानसभा क्षेत्र हिसार, हिसार तहसील को कवर करता है और हिसार लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.

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