नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को तत्काल इलाज कराने के मकसद से जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देश पर 7 स्थानों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किट की सुविधा शुरू हुई है. वैशाली के सेंटर पर जिलाधिकारी ने बिना बताए गोपनीय तरीके से स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर निरीक्षण किया.
जिला वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जिला प्रशासन लगातार कोशिशें कर रहा है. उसी के मद्देनजर कोरोना संक्रमित संभावित व्यक्तियों की तत्काल जांच कराते हुए उनकी रिपोर्ट के आधार पर पॉजिटिव आने पर उन्हें तत्काल इलाज उपलब्ध हो सके.
डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश
इसी को लेकर जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले गाजियाबाद में वैशाली, इंदिरापुरम, खोड़ा, झंडापुर, विजयनगर, भोवापुर और सिटी जोन में रैपिड एंटीजन टेस्ट किट के माध्यम से संभावित कोरोना पीड़ितों की जांच के स्वास्थ्य केंद्र बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
25 जून को जिले को 5000 रैपिड एंटीजन टेस्ट किट मिलने के बाद जिलाधिकारी ने अपने कैंप सभागार में स्वास्थ्य केंद्र बनाने को लेकर बैठक करते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विस्तृत निर्देश जारी किए थे. जिसके फलस्वरूप जिले में 7 स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्र बनाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
'रैपिड एंटीजन टेस्ट किट सेतु का काम करेगी'
डीएम अजय शंकर पांडेय ने इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को साफ निर्देश देते हुए कहा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इलाज संभव कराने में सेतु का काम करेगी. क्योंकि इस किट के जरिए टेस्ट कराने पर मरीज की रिपोर्ट 15 से 30 मिनट के भीतर सभी डॉक्टरों को मिल जाएगी.
इसके साथ ही उन्होंने साफ निर्देश दिए कि कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर तत्काल मरीजों को कोविड अस्पताल भेजने की कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए. ताकि कोरोना मरीज को तुरंत इलाज मुहैया कराया जा सके. निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि संबंधित सेंटर पर वर्तमान में 25 व्यक्तियों के सैंपल लेकर टेस्टिंग की कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
बता दें कि बीते 24 घंटों में गाजियाबाद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1089 तक पहुंच चुकी है. हालांकि इनमें से 539 कोरोना मरीज इलाज के बाद संक्रमण से ठीक हो चुके हैं.