नई दिल्ली/गाजियाबादः सिद्धी पीठ प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी का कहना है कि मंदिर में श्रद्धालु आते हैं. उनके मन में इच्छा होती है कि वह प्रसाद और फूल चढ़ाएं, लेकिन वह नियमों का हवाला देते हुए समझाते हैं. इसके साथ ही कुछ श्रद्धालु चाहते हैं कि वे उनके चरणों को स्पर्श करें, लेकिन कोरोना वायरस के कारण वह दूरी बनाए रखते हैं.
मुरादनगर के असालत नगर गांव के पास NH-58 पर स्थित सिद्धी पीठ प्राचीन हनुमान मंदिर की काफी मान्यता है. मंदिर के नेशनल हाईवे 58 पर होने के कारण अधिकतर श्रद्धालु रुक कर मंदिर में दर्शन करते हैं. मंदिर के पास फूलों की और प्रसाद की दुकान लगती है. जिन पर से श्रद्धालु प्रसाद और फूल खरीद कर भगवान हनुमान को अर्पित करते हैं.
ईटीवी भारत को सिद्धी पीठ प्राचीन हनुमान मंदिर के पुजारी सूर्य शर्मा ने बताया कि इस मंदिर की प्राचीन मान्यता है. यहां लोग जो भी मन्नत मांगते हैं, वह पूरी होती है. इसके साथ ही यहां पर श्रद्धालु और NH-58 पर आने जाने-वाले लोग भी दर्शन करने के लिए आते हैं. इस मंदिर में लोगों की काफी आस्था है.
नियमों का किया जा रहा है पालन
हनुमान मंदिर के पुजारी ने बताया कि मंगलवार के दिन मंदिर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. जोकि भगवान के दर्शन करके प्रसाद और फूल चढ़ाते हैं. लेकिन अब कोरोना वायरस को देखते हुए, सरकार के सभी नियमों का पालन किया जा रहा है.