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Delhi Meerut एक्सप्रेस-वे : रफ्तार पर ट्रैफिक जाम लगा रहा ब्रेक, कब तक मिलेगी राहत ? - Ghaziabad News Updates

दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि चिपियाना बुजुर्ग रेल ओवर ब्रिज की लॉन्चिंग और डिस्मेंटलिंग 11 जुलाई तक पूरी हो जाएगी. 15 अगस्त तक ट्रैफिक पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा.

Delhi Meerut एक्सप्रेसवे
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Published : Jun 27, 2022, 9:10 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर आपको वाहन तेजी के साथ फर्राटा भरते हुए नजर आएंगे, लेकिन एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा ऐसा भी है, जहां न सिर्फ वाहनों की रफ्तार कम होती है, बल्कि लोगों को जाम से भी जूझना पड़ता है, चिपयाना बुजुर्ग के पास दिल्ली से मेरठ की तरफ जाने वाले रास्ते पर एक्सप्रेसवे की कई लेन बंद हैं. दरअसल, चिपयाना बुजुर्ग आरओबी के लिए गार्डर रखने का काम चल रहा है, जिसके चलते लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने दिल्ली से आने की तरफ वाले रास्ते पर कई लेन बंद होने के चलते बॉटल नेक बनता है. जिसकी वजह जाम की समस्या उत्पन्न होती है. सुबह और शाम के वक्त लोगों को तकरीबन आधे घंटे तक जाम में जूझना पड़ता है. एक से डेढ़ किलोमीटर लम्बा जाम लगता है. पीक आवर्स के अलावा ट्रैफिक का लोड कम होने के चलते लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती है, फिर भी 10 से 15 मिनट जाम में लग जाते हैं.

ग्राउंड रिपोर्ट
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि चिपियाना बुजुर्ग रेल ओवर ब्रिज की लॉन्चिंग और डिस्मेंटलिंग 11 जुलाई तक पूरी हो जाएगी. 15 अगस्त तक ट्रैफिक पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा. 11 जुलाई तक जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी. लॉन्चिंग पूरी होने के बाद क्रेन मूवमेंट के लिए बंद की गई दो लेन को खोल दिया जाएगा. दरअसल, कई वाहन चालक गलत लेन में वाहन चलाते हैं. जिसके चलते भी जाम की समस्या और अधिक हो जाती है. कई बार गाजियाबाद जाने वाले वाहन मेरठ वाली लेन में घुस जाते हैं जिसके बाद उन्हें वापस गाजियाबाद वाली लेन में आने के लिए टर्न लेना पड़ता है जिसकी वजह जाम की समस्या और अधिक हो जाती है. अधिकारियों का कहना है कि यदि लोग सही लेन में अपना वाहन चलाएं तो 50% जाम की समस्या कम हो सकती है.



इसे भी पढे़ं: गाजियाबाद में भीषण सड़क हादसा, पांच घायल

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नई दिल्ली/गाजियाबाद : दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर आपको वाहन तेजी के साथ फर्राटा भरते हुए नजर आएंगे, लेकिन एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा ऐसा भी है, जहां न सिर्फ वाहनों की रफ्तार कम होती है, बल्कि लोगों को जाम से भी जूझना पड़ता है, चिपयाना बुजुर्ग के पास दिल्ली से मेरठ की तरफ जाने वाले रास्ते पर एक्सप्रेसवे की कई लेन बंद हैं. दरअसल, चिपयाना बुजुर्ग आरओबी के लिए गार्डर रखने का काम चल रहा है, जिसके चलते लोगों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

एबीईएस इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने दिल्ली से आने की तरफ वाले रास्ते पर कई लेन बंद होने के चलते बॉटल नेक बनता है. जिसकी वजह जाम की समस्या उत्पन्न होती है. सुबह और शाम के वक्त लोगों को तकरीबन आधे घंटे तक जाम में जूझना पड़ता है. एक से डेढ़ किलोमीटर लम्बा जाम लगता है. पीक आवर्स के अलावा ट्रैफिक का लोड कम होने के चलते लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं उठानी पड़ती है, फिर भी 10 से 15 मिनट जाम में लग जाते हैं.

ग्राउंड रिपोर्ट
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि चिपियाना बुजुर्ग रेल ओवर ब्रिज की लॉन्चिंग और डिस्मेंटलिंग 11 जुलाई तक पूरी हो जाएगी. 15 अगस्त तक ट्रैफिक पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा. 11 जुलाई तक जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी. लॉन्चिंग पूरी होने के बाद क्रेन मूवमेंट के लिए बंद की गई दो लेन को खोल दिया जाएगा. दरअसल, कई वाहन चालक गलत लेन में वाहन चलाते हैं. जिसके चलते भी जाम की समस्या और अधिक हो जाती है. कई बार गाजियाबाद जाने वाले वाहन मेरठ वाली लेन में घुस जाते हैं जिसके बाद उन्हें वापस गाजियाबाद वाली लेन में आने के लिए टर्न लेना पड़ता है जिसकी वजह जाम की समस्या और अधिक हो जाती है. अधिकारियों का कहना है कि यदि लोग सही लेन में अपना वाहन चलाएं तो 50% जाम की समस्या कम हो सकती है.



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