नई दिल्ली/गाजियाबाद: डासना जेल को इस दीवाली कैदियों द्वारा बनाई गईं मोमबत्ती और दीयों से सजाया जा रहा है. जेल में बंद कैदी एक तरफ जहां आत्मनिर्भर बन रहे हैं. डासना जेल अधीक्षक ने कहा हमारे कैदी भाइयों ने चाइना को भी मुंह तोड़ जवाब दिया है. कैदियों ने मोमबत्ती, दीये, लाइट के अलावा, डेकोरेशन का हर एक समान खुद बनाकर तैयार किया है. जेल के बाहरी हिस्से को सजाने के लिए भी किसी तरह का डेकोरेशन वाला सामान मंगवाने की जरूरत नहीं होगी.
जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि कैदी काफी मेहनत से खुद को आत्मनिर्भर बना रहे हैं. ताकि जेल से बाहर जाने के बाद मेहनत और ईमानदारी की जिंदगी जी पाएं. इस दीवाली उन्होंने चाइना को मुंहतोड़ जवाब देने का प्रण भी पहले से ही ले लिया था. पहले से ये फैसला ले लिया गया था कि डेकोरेशन का कोई भी सामान बाहर से नहीं मंगवाया जाएगा. सब कुछ देसी तरीकों से तैयार किया गया है. यही नहीं, कैदियों ने जेल में नए कपड़े भी सिल कर तैयार कर लिए हैं.
'दूसरी जेलों को भी भेज रहे सामान'
जेल अधीक्षक ने आगे बताया कि कैदियों ने इतना सामान तैयार किया है कि वह दूसरी जेलों को भी भेजा जा रहा है. वहां से होने वाली कमाई भी सीधे कैदियों तक पहुंच जाती है. जब कैदी रिहा होते हैं तो उस समय उनके द्वारा कमाई गई धनराशि उनको दे दी जाती है. जिससे उनके आने वाले जीवन के लिए उनको मदद मिल सकती है और पहले से ही उम्मीद भी बढ़ जाती है. जेल प्रशासन की मदद से ही यह संभव हो पा रहा है.