नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिवाली के खास मौके पर डासना जेल को दुल्हन की तरह सजाया गया. वहीं उत्सव के दौरान जेल में बंद कैदियों ने अलग-अलग तरह के कार्यक्रम पेश किए. जिसमें रामलीला कार्यक्रम भी शामिल था. जेल अधिकारियों का कहना है कि कोरोना काल में कैदी अपने परिवार से नहीं मिल पा रहे हैं, ऐसे में उनके लिए अपनेपन का एहसास होना काफी जरूरी था.
पहली बार इस तरह का आयोजन
पहली बार जेल में इस तरह का कार्यक्रम रखा गया. जेल की सजावट का सामान कैदियों ने खुद तैयार किया और सजावट में भी मुख्य भूमिका निभाई. जेल के अंदर और बाहर का नजारा काफी खूबसूरत नजर आ रहा था. कैदियों को रोशनी के त्योहार को मनाने का मौका मिलने से वे काफी खुश नजर आए. कैदी होने के बावजूद उन्हें ऐसा लगा कि वह अपने परिवार के सदस्यों के बीच दिवाली सेलिब्रेट कर रहे हैं.
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रोशनी से सराबोर हुई जेल
पूरी जेल को लाइट और दीपक से इस तरह से सजाया गया कि अंदर और बाहर का नजारा रोशनी से सराबोर हो गया. जेल में ही पूजा-अर्चना भी की गई, जिसमें कैदियों और जेल स्टाफ ने देश में अमन चैन शांति बने रहने की कामना की. उन्होंने की कि जिस तरह से जेल के भीतर दिवाली के इस खास पर्व पर सब कुछ रोशनी में सराबोर है, वैसे ही सजा पूरी होने के बाद यह कैदी जब वापस समाज के बीच लौटें तो फिर से कभी क्राइम का रास्ता ना चुने और उनके जीवन में भी हमेशा उजाला रहे.
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