नई दिल्ली/गाजियाबाद: साइबर सेल ने नवीन और पुनीत नाम के दो नटवरलालों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों फर्जी लोकपाल बनकर उन लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. जिनके साथ पहले भी ठगी हो चुकी होती थी. ऐसे पीड़ितों को यह दोनों फोन करके इंसाफ दिलाने का झांसा देते थे. खुद को लोकपाल या सीनियर सरकारी अधिकारी बताकर ठगी के पीड़ितों को इंसाफ दिलाने का झांसा देते थे.
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झांसा देकर मोटी रकम वसूली करते थे
इंसाफ दिलाने के एवज में झांसा देकर मोटी रकम वसूली करते थे. आरोपियों के पास पीड़ितों की पूरी जानकारी होती थी. मसलन इन्हें पता होता था कि पीड़ित से कब और कितने रुपए की ठगी हुई है. यहां तक कि आरोपियों को यह भी पता होता था कि अभी तक मामले में पुलिस खाली हाथ है. इसी बात का आरोपी फायदा उठाते थे. पीड़ित को पूरी तरह से अपने जाल में फंसाने के लिए यह उसे कुछ पुराने रिकॉर्ड भी भेजते थे. जिसमें पीड़ित को आश्वस्त किया जाता था कि पहले भी आरोपियों की मदद से ठगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
आर्थिक राजधानी तक फैला ठगों का जाल
अब तक दर्जनों लोगों से लाखों रुपए की ठगी अंजाम देने वाले ये दोनों आरोपी पुलिस के शिकंजे में है. पुलिस का कहना है कि इनका नेटवर्क देश की राजधानी से आर्थिक राजधानी मुंबई तक फैला हुआ है. मुंबई में भी इन पर मुकदमे दर्ज है. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी मुंबई पुलिस को भी दे दी गई है.
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जल्दी अमीर बनने के लालच में ठगी करते थे
पुलिस अब ये पता लगाने में जुटी है कि इन्हें ठगी का शिकार हुए पीड़ितों की डिटेल्स कहां से मिलती थी. दोनों आरोपियों के बारे में पता चला है कि पहले वह कहीं नौकरी किया करते थे. लेकिन बाद में जल्दी अमीर बनने के लालच में उन्होंने ठगी का यह अनोखा रास्ता चुना. हैरत की बात यह है कि ठगी का शिकार हो चुके लोगों को दोबारा ठगने के धंधे का यह पहला मामला सामने आया है.