नई दिल्ली/गाजियाबाद: कोरोना वायरस के कारण लगभग दो महीने से ज्यादा बाजार पूरी तरह बंद रहें, ऐसे में कई उद्योगों पर इसका बुरा असर पड़ा. वहीं दूसरी ओर कॉस्मेटिक उद्योग को भी जबरदस्त झटका लगा हैं.
मार्च-अप्रैल और मई-जून शादी का सीजन होने से इस दौरान कॉस्मेटिक प्रोडक्ट की ज्यादा बिक्री होती हैं, जिससे इसकी खपत बढ़ जाती हैं जो इस बार नहीं हुआ. इसीलिए इस बार कॉस्मेटिक दुकानदार निराश बैठे हुए हैं. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने कॉस्मेटिक दुकानदारों से खास बातचीत की.
दो महीनों से काम ठप्प
मुजम्मिल सिद्दीकी मुरादनगर की सक्को वाली गली में महिलाओं के लिए लगने वाले बाजार में 11 साल से कॉस्मेटिक की दुकान कर रहे हैं. दुकानदार मुजम्मिल सिद्दीकी ने ईटीवी भारत को बताया कि लॉकडाउन के कारण शादी समारोह बंद हो जाने से उनकी दुकान में 2 महीने पहले से आया हुआ कॉस्मेटिक का सामान यूं ही रखा हुआ है.
उन्होंने बताया कि दिसम्बर से जून तक हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों का शादी का अच्छा सीजन होता है. इसमें उनका कॉस्मेटिक का अच्छा काम होता है. लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण सब बेकार हो गया है अब उनकी सेल सिर्फ 30 पर्सेंट रह गई है.
कॉस्मेटिक की बिक्री में आई कमी
ईटीवी भारत को सक्को वाली गली में 5 साल से कॉस्मेटिक की दुकान कर रहे आस मोहम्मद ने बताया कि इस बार लॉकडाउन के कारण कुछ भी काम नहीं है क्योंकि जो शादी के सीजन थे वह निकल चुके हैं.
वह पहले 8 से 10 हजार रुपये प्रतिदिन कमा लेते थे, लेकिन अब वहीं दूसरी ओर 2000 रुपये तक ही कमा पा रहे हैं. जिसकी वजह से वह अपनी लेवर का खर्चा भी नहीं निकाल पा रहे हैं.
चूड़ी की दुकानों पर भी घटा काम
वहीं मुरादनगर के मशहूर ओलंपिक तिराहे पर 35 साल और 20 साल से चूड़ी की दुकान चला रहे दुकानदारों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से इस बार चूड़ियों का काम बर्बाद हो गया है. नोटबंदी से ज्यादा उनके काम पर लॉकडाउन से फर्क पड़ा है. 35 साल पुरानी कंचन बैंगल स्टोर पर मौजूद दुकानदार फैजान अहमद और 20 साल से चूड़ियों का काम कर रहे अरबाज गाजी ने ईटीवी भारत से अपनी बात कही.