नई दिल्ली/गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 2 मई को मतगणना हुई, जिसमें कई 'गांव की सरकार' चुनी गई. ऐसे में चुने गए गांव के प्रधानों से ग्रामीणों को काफी उम्मीदें हैं. आखिर ग्रामीणों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कोरोनाकाल में ग्राम प्रधान क्या रणनीति बना रहे हैं. इसी को जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने मुरादनगर ब्लॉक के ढिढ़ार गांव पहुंची जो अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का पैतृक गांव है.
ईटीवी भारत ने नवनिर्वाचित युवा प्रधान नवनीत नेहवाल से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का नाम उनके गांव से जुड़ा हुआ है. इसके साथ ही क्षेत्र में सबसे अधिक अध्यापक और मिलिट्री पर्सन के लिए भी उनका गांव जाना जाता है. उनके गांव से शहीद स्वतंत्रता सेनानियों के नाम भी जुड़े हुए हैं.
'शिक्षा के मुद्दे पर लड़ा चुनाव'
ऐसे में मेरा पहले से ही उद्देश्य शिक्षा के स्तर को लेकर रहा है. इसी मुद्दे पर चुनाव भी लड़ा है. इसके साथ ही गांव की सभी मूलभूत सुविधाओं, महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के रोजगार को लेकर उनका विशेष ध्यान रहेगा.
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नवनीत नेहवाल ने बताया कि शिक्षक होने के नाते वह बीते 2 साल से बच्चों को निशुल्क कोचिंग भी उपलब्ध करा रहे हैं. इसके साथ ही वैश्विक महामारी कोरोनावायरस को देखते हुए उन्होंने कोरोना निगरानी समिति का गठन किया है. साथ ही सभी एहतियात बरते जा रहे हैं.