नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में स्कूली बच्चों के एग्जाम नजदीक हैं, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से बोर्ड के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ठीक से नहीं हो पाई है.
इसी वजह से बच्चों पर स्ट्रेस काफी ज्यादा है. गाजियाबाद के राजकीय इंटर स्कूल में बच्चों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नौवीं क्लास से 12वीं क्लास तक के बच्चों को स्ट्रेस से बचने की सलाह और सुझाव दिए जा रहे हैं. स्कूल के टीचर के अलावा, बुद्धिजीवियों को बुलाकर बच्चों को एग्जाम से पहले दिमाग पर पड़ने वाले दबाव से बचने के उपाय बताए गए.
इसी को लेकर स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ थोड़ा बहुत स्पोर्ट्स एक्टिविटी भी करनी चाहिए और एग्जाम से डरने की जरूरत नहीं है. अपने टीचर और फ्रेंड्स के साथ अपनी समस्या को साझा करते रहे हैं.
ऑनलाइन क्लास ने बढ़ाया स्ट्रेस
यह बात पहले ही साफ हो चुकी है कि ऑनलाइन क्लास की वजह से बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. ऑनलाइन क्लास से आंखों पर एक तरफ जहां बुरा असर पड़ा, तो वहीं उससे स्ट्रेस भी बढ़ा, लेकिन जब से सरकार ने नौवीं से बारहवीं तक के स्कूलों को खोलने का फैसला लिया, तब से सिलेबस कंप्लीट करने में बोर्ड के छात्र-छात्राओं को काफी मदद मिली है. ऐसे में उनके लिए अब आने वाले मार्च महीने से पहले तैयारी करना थोड़ा आसान हो रहा है.
टीचर्स का मिल रहा सहयोग
जो सिलेबस अधूरा रह गया है, उसको संक्षिप्त रूप से पूरा कराने में टीचर्स का काफी सहयोग मिल रहा है. स्कूलों द्वारा मनोचिकित्सकों की भी सलाह भी ली जा रही है, जिससे स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाया जा सके. आने वाले बोर्ड एग्जाम छात्रों के साथ-साथ टीचर और उनके पैरेंट्स के लिए भी बड़ी चुनौती हैं.