नई दिल्ली/गाजियाबाद: एक तरफ कोरोना वायरस के डर से लोगों में डर का माहौल है. वहीं प्रधानमंत्री मोदी के आह्वावन पर लोगों ने जनता कर्फ्यू को बखूबी समर्थन दिया है. इसी बीच पीएम के कहने पर शाम 5 बजे लोगों ने कोरोना से लड़ने वाले 'कर्मयोगियों' के लिए थाली और ताली बजाकर उनका स्वागत भी किया. इसी बीच दो छोटे बच्चों का वीडियो भी थाली पीटते हुए वायरल हो रहा है.
गाजियाबाद के लोहिया नगर की एक बच्ची ने थाली बजाते हुए मासूम शब्दों में कहा कि कोरोना को भगाना है, देश को बचाना है. बच्ची ने जिस मासूमियत भरे अंदाज में कहा कि वो काफी जागरुकता भरा है. बच्ची का वीडियो तुरंत वायरल हो गया.
6 साल की हैं तेजल मित्तल
लोहिया नगर की रहने वाली तेजल मित्तल से पूछा गया कि वह थाली क्यों बजा रही हैं, तो उन्होंने कहा कि इसे जागरूकता वाला कदम बताया. इसके बाद वो थाली बजाने लग गई. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने प्रधानमंत्री की अपील को सुना और थाली और ताली बजाई.
एक और वीडियो आया सामने
इसी तरह का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें सहल अली ख़ान एक छोटा बच्चा जनता कर्फ्यू की कामयाबी पर इस महामारी में कार्य करने वाले कर्मचारियों का धन्यवाद करने के लिए चम्मच से थाली को बजाता हुआ दिख रहा है. वहीं एक और वीडियो में वही बच्चा हाथों को धोते हुए दिखाई देता है. जो ये संदेश दे रहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए समाज में सभी को थोड़ी थोड़ी देर के बाद हाथ धोना है. इस बच्चे की वीडियो को लोग काफी पसंद कर रहे हैं.
घंटी और ताली बजाने के साइंटिफिक कारण भी हैं
घंटी, ताली, थाली और शंख बजाने के वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों फायदे भी बताए जाते हैं. अध्यात्म में घंटी और शंख की आवाज को काफी प्रभावशाली माना जाता है. इसलिए शुभ मौकों पर इस आवाज की ध्वनि सुनाई देती है.
आयुर्वेद विज्ञान में कहा जाता है कि घंटियों की आवाज कानों में पड़ने से दिमाग के बाएं और दाएं हिस्से में एकता आती है. यही नहीं घंटी और शंख की आवाज इम्यूनिटी पावर को भी बढ़ाती है.