नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया. इस बार बजट में मिडिल क्लास फैमिली को बड़ी राहत देते हुए 12.75 लाख तक की इनकम को टैक्स से बाहर रखा गया है. देशभर की महिलाओं को बजट से काफी उम्मीदें थी. वहीं, राजधानी दिल्ली में महिलाओं को इस बजट में उनके लिए विशेष राहत नहीं दिखी है.
12 लाख तक छूट को समझने की जरूरत: खुशबू ने बताया कि इस बार भी बजट में विशेष रूप से शहरी घरेलू महिलाओं को कोई राहत नहीं दी गई है. महंगाई बहुत बढ़ गई है. घर खर्च की विशेष वस्तुओं पर कोई राहत नहीं है. 12 लाख तक इनकम टैक्स पर छूट देने की बात कही गई है. लेकिन उसको भी अभी और समझने की जरूरत है.
महिलाओं को क्या खास मिला देखना होगा! बजट को लेकर शशि का मानना है कि 12 लाख तक वार्षिक आय पर अब टैक्स नहीं लगेगा, ये बहुत अच्छी ख़बर है. अब मध्यम वर्ग के लोग काफी सेविंग कर सकेंगे. साथ ही बच्चों को अच्छी शिक्षा और अन्य खर्चे किए जा सकेंगे. वहीं अगर बजट में महिलाओं के लिए क्या खास है, इस पर अभी तक कुछ विशेष देखने और समझने को नहीं मिला है.
घर खर्च की वस्तुओं पर राहत की उम्मीद थी: बजट का आकलन करते हुए सिमरन जैन ने बताया कि महिलाओं का बजट किचन के बजट पर निर्भर करता है. इस बार भी बजट में कोई राहत नहीं दिखी है. लेकिन 12 लाख टैक्स लिमिट से ज़रूर राहत मिलेगी. राधा का मानना है कि घरेलू महिला को टैक्स में राहत से क्या मतलब? उनको इस बार भी बजट में घर खर्च की वस्तुओं पर राहत की उम्मीद थी.
बता दें कि इस बार बजट में इलेक्ट्रॉनिक, दवाइयां, 36 जीवन रक्षक दवाएं, कैंसर की दवाएं, इलेक्ट्रॉनिक गाड़ी, मोबाइल फोन, मोबाइल बैटरी, फिश पेस्ट, लेदर गुड्स, LED टीवी आदि सस्ते होंगे, वहीं फ्लैट पैनल डिस्प्ले, टीवी डिस्प्ले और फैब्रिक महंगा होगा.