नई दिल्ली/गाजियाबाद: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन ने अब एक नया मोड़ ले लिया है. प्रदर्शन में शामिल किसान अब अपने खेतों में खड़ी फसलों को नष्ट कर रहे हैं. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक कुल 4 किसानों ने अपनी फसलों को नष्ट किया है.
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मालूम हो कि हरियाणा के हिसार में हुई किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा था कि सरकार किसी भी गलतफहमी में ना रहें, अगर ज़रूरत पड़ी तो देश का किसान अपनी फसलों की क़ुर्बानी देने के लिए तैयार है. टिकैत के इस बयान के बाद कई किसानों ने अपनी खड़ी फसलें नष्ट कर दी थी हालांकि इसके बाद टिकैत ने किसानों से अभी इस तरह का कदम नहीं उठाने की भी अपील की.
किसानों के फसल नष्ट करने की घटनाएं सामने आने के बाद उन्होंने अपने पिछले बयान पर आगे जोड़ते हुए कहा कि फिलहाल किसानों को अपनी फसल नष्ट करने की जरूरत नहीं है, अप्रैल के महीने में जब फसल की कटाई होगी तब इस तरह का कदम उठाया जाएगा.
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वहीं आंदोलन की रूपरेखा को लेकर टिकैत ने आगे बताया कि किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए हमनें एक कमेटी का गठन किया है जिसके अनुसार आंदोलन में शामिल किसान की के गांव के लोग खेतों में फसल तैयार करेंगे. वहीं फसल नष्ट करने का निर्णय सभी की सहमति के बाद 20 अप्रैल तक लिया जाएगा.