नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में इन दिनों राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस की तरफ से जिले की सभी इकाइयों को भंग कर नए अध्यक्ष की तलाश की जा रही है. वहीं बीजेपी के गाजियाबाद संगठन के चुनाव भी अगले महीने होने जा रहे है. जिले में भाजपा संगठन के चुनाव तो अगले महीने होने हैं. लेकिन अभी से ही उम्मीदवारों की जोड़-तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है.
एक तरफ जहां वर्तमान महानगर अध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी अपने किसी चहेते को अध्यक्ष बनाने की जुगत में लगे हैं. तो वहीं उनके विरोधी नेता भी अपने चहेते को अध्यक्ष बनाने के लिए लखनऊ तक का चक्कर लगा रहे हैं.
गाजियाबाद सीट मानी जाती है सबसे अहम
बता दें कि दिल्ली से सटे होने के कारण गाजियाबाद लोकसभा और इस की पांचों विधानसभा सीट को काफी अहम माना जाता है. लोकसभा चुनाव में जहां गाजियाबाद से वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय परिवहन एवं सड़क राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह चुनाव जीत चुके हैं. वहीं विधानसभा में भी गाजियाबाद शहर के विधायक अतुल गर्ग खाद्य एवं रसद मंत्रालय की कमान संभाल रहे हैं. ऐसे में गाजियाबाद मंडल का चुनाव काफी अहम माना जाता है क्योंकि लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवारों को जिताने में मंडलों की सक्रिय भूमिका होती है.